Edited By Niyati Bhandari,Updated: 13 Aug, 2024 12:56 PM
सावन का महीना भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दौरान बेल पत्र का विशेष महत्व है। बेलपत्र, जिसे बिल्व पत्र भी कहा जाता है। भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। हनुमान जी को
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Bel patra benefits: सावन का महीना भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दौरान बेल पत्र का विशेष महत्व है। बेलपत्र, जिसे बिल्व पत्र भी कहा जाता है। भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। हनुमान जी को भी बेल पत्र अर्पित करना बहुत शुभ माना जाता है। यहां कुछ उपाय दिए गए हैं, जिनसे आप सावन के महीने में बेलपत्र से भगवान शिव और हनुमान जी को प्रसन्न कर सकते हैं:
Worship of Lord Shiva भगवान शिव की पूजा: बेलपत्र अर्पण: भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करने से उन्हें बहुत प्रसन्नता होती है। बेलपत्र की तीन पत्तियां लेकर, उन्हें साफ करके शिवलिंग पर अर्पित करें। यह माना जाता है कि बेलपत्र भगवान शिव के त्रिनेत्र का प्रतिनिधित्व करता है और उन्हें विशेष रूप से प्रिय होता है।
Use of Belpatra in Shiva worship शिव पूजा में बेलपत्र का उपयोग: सावन के दौरान शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करते समय इस मंत्र का जाप करें-
मंत्र- ॐ नमः शिवाय
इस दौरान बेल पत्रों की संख्या को 11, 21, 51 या 108 रखें और हर पत्र के साथ एक मंत्र का जाप करें।
पंचामृत अभिषेक: बेल पत्र के साथ शिवलिंग पर पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद और शक्कर) का अभिषेक करें। इससे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
शिव चालीसा का पाठ: बेलपत्र अर्पित करने के बाद शिव चालीसा का पाठ करें या शिव पुराण के संबंधित भाग पढ़ें। इससे पूजा की प्रभावशीलता बढ़ जाती है।
Worship of hanuman ji हनुमान जी की पूजा: हनुमान मंदिर में बेलपत्र अर्पित करें: हनुमान जी के मंदिर में जाकर बेलपत्र अर्पित करें और विशेष रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें। बेलपत्र अर्पित करते समय इस मंत्र का जाप करें-
मंत्र- ॐ हनुमते नमः या श्री राम जय राम जय जय राम
संध्या आरती: हनुमान जी के समक्ष बेल पत्र अर्पित करने के बाद संध्या आरती करें। इससे हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और आपके सभी कष्ट दूर होते हैं।
हवन और पूजन: हनुमान जी की पूजा में बेल पत्र का उपयोग करके हवन या यज्ञ करें। हवन सामग्री में बेलपत्र को शामिल करने से पूजा की शक्ति बढ़ती है और हनुमान जी की कृपा प्राप्त होती है।
इन उपायों को सावन के महीने में नियमित रूप से करने से भगवान शिव और हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही इस अवधि में विशेष ध्यान और समर्पण के साथ पूजा करनी चाहिए।
Bel patra benefits: शिव पुराण अनुसार सावन माह के सोमवार को शिवालय में बेलपत्र चढ़ाने से एक करोड़ कन्यादान के बराबर फल मिलता है।
बेलपत्र का चमत्कारी वृक्ष हर कामना को पूरी करता है। यही नहीं उसके पत्तों को गंगा जल से धोकर उन्हें बजरंगबली पर अर्पित करने से मिलता है तीर्थों का फल।
बेल के पेड़ की जरा सी जड़ सफेद धागे में पिरोकर रविवार को पहनें इससे रक्तचाप, क्रोध और असाध्य रोगों से निजात मिलेगा।
बिल्व पत्र को श्री वृक्ष भी कहा जाता है। बिल्व पत्र का पूजन पाप व दरिद्रता का अंत कर वैभवशाली बनाने वाला माना गया है। घर में बेलपत्र लगाने से देवी महालक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं। इन पत्तों को लक्ष्मी का रूप माना जाता है। इन्हें अपने पास रखने से कभी धन-दौलत का अभाव नहीं होता।