Edited By Sarita Thapa,Updated: 07 Apr, 2025 11:56 AM
BelPatra Niyam: हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित होता है। वैसे ही सोमवार का दिन शिव जी को समर्पित होता है। माना जाता है कि सोमवार के दिन पूरे विधि-विधान और सच्चे मन से शिव जी की पूजा करने और व्रत रखने से मनचाही इच्छा पूरी होती है।
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BelPatra Niyam: हिंदू धर्म में हर दिन किसी न किसी देवता को समर्पित होता है। वैसे ही सोमवार का दिन शिव जी को समर्पित होता है। माना जाता है कि सोमवार के दिन पूरे विधि-विधान और सच्चे मन से शिव जी की पूजा करने और व्रत रखने से मनचाही इच्छा पूरी होती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि बनी रहता है। महादेव की पूजा करते समय उन्हें उनकी प्रिय चीजें अर्पित करनी चाहिए। सोमवार के दिन भगवान शिव को बेलपत्र चढ़ाने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर होती है। बेलपत्र तोड़ते समय कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। तो आइए जानते हैं कि बेलपत्र तोड़ते समय इन बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए।
BelPatra Niyam बेलपत्र तोड़ने के नियम
सनातन धर्म में सोमवार के दिन ज्यादात्तर लोग शिवालय जाते हैं और बेलपत्र शिव जी अर्पित करते हैं। ऐसे में सोमवार के दिन बेलपत्र तोड़ना निषिद्ध माना गया है। सोमवार के दिन बेलपत्र तोड़ से जीवन में कई सारी परेशानियों का सानमा करना पड़ता है।
भगवान शिव को प्रसन्न करने से लिए लोग उनकी प्रिय चीजें चढ़ाते हैं। उन्हीं में से एक बेलपत्र भी है। बेलपत्र तोड़ने के समय भगवान शिव का ध्यान करें और उनके मंत्रों का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है।
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, सोमवार के अलावा किसी भी शुभ दिन जैसे- चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी, अमावस्या, संक्रांति के दिन बिल्वपत्र तोड़ना वर्जित है। अगर आप इस दिन बेलपत्र तोड़ते हैं, तो आपको घोर पाप लग सकता है।
बेलपत्र तोड़ते समय भूलकर भी कभी टहनी समेत बेलपत्र कभी नहीं तोड़ना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में भारी नुकसान हो सकता है। इसके अलावा शिव जी को हमेशा तीन पत्तियों वाला ही बेलपत्र अर्पित करना चाहिए।