Edited By Niyati Bhandari,Updated: 31 Dec, 2021 12:11 PM
हमजाद गोमती चक्र एक दुर्लभ पदार्थ है और आसानी से प्राप्त नहीं होता। यह एक सफेद टुकड़ा होता है, जिस पर स्वत: प्रकृति द्वारा निर्मित चक्र-सा बना होता है। ग्रहण काल में साधक को चाहिए कि ऐसा गोमती
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What is Gomati Chakra: हमजाद गोमती चक्र एक दुर्लभ पदार्थ है और आसानी से प्राप्त नहीं होता। यह एक सफेद टुकड़ा होता है, जिस पर स्वत: प्रकृति द्वारा निर्मित चक्र-सा बना होता है। ग्रहण काल में साधक को चाहिए कि ऐसा गोमती चक्र अपने सामने रख ले और उस पर निम्र मंत्र की ग्यारह मालाएं फेरे :
Mantra to Energise Gomati Chakra: मंत्र- ॐ वं आरोग्यानिकरी रोगानशेषानम:
Gomati Chakra ke prayog: इस प्रकार जब ग्रहण काल में ग्यारह मालाएं सम्पन्न हो जाएं, तब साधक को वह गोमती चक्र सावधानीपूर्वक एक ओर रख देना चाहिए। यह सिद्ध गोमती चक्र तीन वर्ष तक प्रभावयुक्त रहता है।
Uses of Gomati Chakra: इसका प्रयोग बीमारी पर विशेष रूप से किया जाता है। कोई बीमार हो तो एक साफ गिलास में शुद्ध जल लेकर उसमें यह गोमती चक्र डाल दें और ऊपर लिखे मंत्र को इक्कीस बार मन ही मन उच्चारण कर उस गोमती चक्र को बाहर निकाल वह पानी रोगी को पिला दें तो वह रोगी आश्चर्यजनक रूप से स्वस्थ होने लगता है।
Gomti chakra totke: ऐसा प्रयोग किसी भी प्रकार के रोगी पर कर सकते हैं। तीन वर्ष के बाद इस प्रकार के गोमती चक्र को पुन: सिद्ध किया जा सकता है।
Gomati Chakra upay: हमजाद गोमती चक्र पर सिद्ध सफल प्रयोग
यदि इस हमजाद गोमती चक्र को लाल सिंदूर की डिब्बी में घर में रखें तो घर में सुख-शांति बनी रहती है।
यदि घर में भूत-प्रेतों का उपद्रव हो तो दो हमजाद लेकर घर के मुखिया के ऊपर घुमाकर आग में डाल देने से घर से भूत-प्रेत का उपद्रव समाप्त हो जाता है।
यदि घर में बीमारी हो या किसी का रोग शांत नहीं हो रहा हो तो एक हमजाद लेकर उसे चांदी से पिरोकर रोगी के पलंग के पाए पर बांध दें।
व्यापार वृद्धि के लिए दो हमजाद गोमती चक्र लेकर उसे बांधकर ऊपर चौखट पर लटका दें और ग्राहक उसके नीचे से निकले तो निश्चय ही व्यापार में वृद्धि होती है।
यदि प्रमोशन नहीं हो रहा तो एक हमजाद लेकर शिव मंदिर में शिवलिंग पर चढ़ाने से प्रमोशन के रास्ते खुल जाते हैं।
पति-पत्नी में मतभेद हों तो तीन हमजाद लेकर घर के दक्षिण में ‘हलूं बलजाद’ कहकर फैंक दें। मतभेद समाप्त हो जाता है।
भाग्योदय के लिए तीन हमजाद का चूर्ण बनाकर घर के बाहर बिखेर दें।