बर्तनों में नहीं, इन पत्तों पर लगाएं भगवान को भोग शीघ्र ही पूजा होगी स्वीकार

Edited By Prachi Sharma,Updated: 03 May, 2024 12:37 PM

सनातन धर्म में पूजा-पाठ के बाद भोग लगाने का विधान है। पूजा के समय भोग लगाना सबसे जरूरी माना गया है। आप चाहें चीनी का प्रसाद लगाएं या मेवा-मिष्ठान का यह आपके ऊपर है

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सनातन धर्म में पूजा-पाठ के बाद भोग लगाने का विधान है। पूजा के समय भोग लगाना सबसे जरूरी माना गया है। आप चाहें चीनी का प्रसाद लगाएं या मेवा-मिष्ठान का यह आपके ऊपर है। आप अपनी श्रद्धा से भगवान को कुछ भी अर्पित कर सकते हैं। प्रसाद में आप क्या अर्पित कर रहे हैं, यह भले ही आपके ऊपर निर्भर करता हो, लेकिन आप किस चीज में भगवान को भोग लगा रहे हैं यह बहुत महत्वपूर्ण है। आजकल लोग बर्तनों में भगवान को भोग लगाते हैं। आपको बता दें कि बर्तनों में भोग लगाने से ज्यादा भगवान को पत्तों में भोग ग्रहण करना ज्यादा प्रिय है।  इससे आपकी पूजा सफल होती है। तो चलिए जानते हैं कि पूजन के दौरान भगवान को किन पत्तों में भोग अर्पण करना चाहिए। 

PunjabKesari bhagwan ko bhog kaise lagaye

 जैसा कि सभी जानते हैं कि केले के पेड़ में स्वयं भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का वास माना गया है। वहीं केले के पौधे को देवगुरु बृहस्पति से भी जोड़ा जाता है। ऐसे में केले के पत्तों पर भगवान को भोग लगाना बेहद ही शुभ माना गया है। केले के पत्तों लगे भोग को भगवान प्रसन्नता से स्वीकार करते हैं और अपनी अपार कृपा बरसाते हैं। बता दें कि केले के पत्ते धार्मिक कार्य में आने वाली सभी बाधाओं को समाप्त कर देते हैं।  जिसके चलते केले के पत्तों पर भोग लगाने से आपके घर में हमेशा अन्न का भंडार भरा रहता है और परिवार में प्रेम-मिठास बनी रहती है। 

 तो वही ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पलाश का पुष्प देवी-देवताओं को चढ़ाने से उनकी अपार कृपा आपको प्राप्त होती है। ऐसे में बता दें कि धार्मिक मान्यता है कि पलाश के पत्ते पर लगाया हुआ भोग स्वर्ण पात्र के समान माना गया है, इसलिए संभव हो तो आप भी भगवान को पलाश के पत्ते में भोग रखकर अर्पित करें। इससे भगवान आपके भोग को खुशी-खुशी स्वीकार करते हैं। 

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आगे आपको बता दें कि पान के पत्ते को लेकर मान्यता है कि ईश्वर की पूजा में तमाम तरह के भोग को लगाने के साथ पान चढ़ाने पर देवता शीघ्र ही प्रसन्न होकर आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं।  पान के पत्ते का इस्तेमाल न सिर्फ पूजा बल्कि ज्योतिष उपायों के लिए भी किया जाता है। समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत कलश निकल रहा था तब, अमृत की कुछ बूंदें पान के पत्ते में टपक गई थी इसलिए देवताओं को यह पत्ता बहुत प्रिय है। बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पाने के पत्ते पर लगे हुए भोग से भगवान अति प्रसन्न होते हैं और आपकी जीवन में सुख-शांति आती है। 

 
जिस तरह घर के मुख्य द्वार पर आम के पत्तों से बना तोरण लगाना शुभ होता है। उसी तरह आम के पत्तों पर भोग लगाना भी अति शुभ फलदायी माना गया है। 

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