Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 May, 2020 06:02 AM

हिंदू पंचांग के अनुसार आज मंगलवार 5 मई को त्र्योदशी तिथि है। अत: इस दिन को भौम प्रदोष कहा जाएगा। त्रयोदशी का दिन भगवान शिव, हनुमान जी और मंगल देव को समर्पित है। इस रोज़ प्रदोष यानि शाम के वक्त पूजा करने का विधान है।
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Bhom pradosh 2020: हिंदू पंचांग के अनुसार आज मंगलवार 5 मई को त्र्योदशी तिथि है। अत: इस दिन को भौम प्रदोष कहा जाएगा। त्रयोदशी का दिन भगवान शिव, हनुमान जी और मंगल देव को समर्पित है। इस रोज़ प्रदोष यानि शाम के वक्त पूजा करने का विधान है।
मंगल का अशुभ प्रभाव यदि आपके जीवन में अमंगल पैदा कर रहा है तो शाम को स्नान करने के बाद घर के मंदिर में उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें शिव स्त्रोत और हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से मंगल देव की कृपा भी बरसेगी।

ज्योतिष शास्त्र में मंगल को क्रूर व अशुभ ग्रह माना है। शुभ होने पर यह बल, क्षमता तथा सम्पत्ति में वृद्धि करता है और जातक को जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता बड़ी आसानी से मिलती चली जाती है। विवाह में अनावश्यक देरी तथा दांपत्य जीव में तनाव व लड़ाई-झगड़ा मांगलिक दोष के अनिष्ट परिणामों में सम्मिलित है।

मंगलग्रह से संबंधित दोष निवारण का एक उपाय ‘श्रीमंगल यंत्र’ भी है। ‘श्रीमंगल यंत्र’ न केवल विवाह बाधा, दाम्पत्य जीव में अनबन, रक्त विकार, कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों व दुर्घटनाओं के निवारण में ही लाभदायक हैं, बल्कि ब्लड प्रैशर को नियंत्रित करके मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाकर बेहतर भविष्य दे सकता है।

आज भोम प्रदोष के दिन ‘श्रीमंगल यंत्र’ को अपने घर के मंदिर में स्थापित करें। ऐसा करने से आपके जीवन में चल रहा हर तरह का अमंगल सदा-सदा के लिए समाप्त हो जाएगा।