Edited By Prachi Sharma,Updated: 30 Dec, 2023 07:21 AM
भगवान राम की माता कौशल्या की जन्मभूमि गांव घड़ाम जिला पटियाला अनदेखी का शिकार है और केंद्र व पंजाब सरकार को इस गांव में स्थित
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जालंधर (धवन): भगवान राम की माता कौशल्या की जन्मभूमि गांव घड़ाम जिला पटियाला अनदेखी का शिकार है और केंद्र व पंजाब सरकार को इस गांव में स्थित माता कौशल्या के मंदिर व महल की सुध लेनी चाहिए।
शिवसेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन गुप्ता ने हाल ही में गांव घड़ाम का दौरा किया था और मंदिर व महल की दुर्दशा को देखने के बाद मांग की कि जहां एक तरफ लम्बे संघर्ष के बाद अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का शुभारंभ 22 जनवरी को किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर घड़ाम गांव में स्थित माता कौशल्या का मंदिर बनाने का भी ऐलान किया जाना चाहिए।
उन्होंने ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल तथा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मांग की कि वह इस मंदिर की दशा को सुधारने की तरफ ध्यान दें और साथ ही महल को सुरक्षित रखने के लिए फंड रिलीज किए जाएं। गांव घड़ाम के लोगों का मानना है कि माता कौशल्या का मंदिर तथा महल इस समय खंडहर का रूप धारण कर चुका है। महल की ईंटें नाममात्र ही बची हुई हैं। राजा दशरथ माता कौशल्या से विवाह करने के लिए बारात लेकर यहां आए थे।
लोगों ने कहा कि अगर भारत सरकार माता कौशल्या के मंदिर व महल का निर्माण कार्य सम्पन्न कर देती है तो उस स्थिति में यहां देश-विदेश से लोग दर्शनों के लिए आएंगे। इस स्थान की ऐतिहासिक महत्ता को देखते हुए सरकार तथा पुरातत्व विभाग को मिलकर महल को अपने कब्जे में लेना चाहिए। इसके आसपास की जगह सुनसान पड़ी है और यहां सरकार भव्य मंदिर बना सकती है।
इस तीर्थ स्थान के बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी है परन्तु इसकी धार्मिक व ऐतिहासिक महत्ता काफी अधिक है। उन्होंने मांग की कि पंजाब सरकार पटियाला के जिला अधिकारियों को इस मंदिर का जायजा लेने के लिए भेजे। पवन गुप्ता ने बताया कि राज्य में अकाली-भाजपा सरकार के समय उन्होंने यह मामला सरकार के समक्ष उठाया था। उस समय सरकार ने पटियाला के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर को मौके पर भेजा भी था परन्तु बाद में सरकार बदलने के बाद इस ऐतिहासिक स्थान की सुध नहीं ली गई।
उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी के विधायक हरमीत प्रधान ने भी मौके पर जाकर मंदिर तथा महल को देखा था। वह भी इस मामले को विधानसभा में उठा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुओं की धार्मिक आस्था को देखते हुए इस स्थान को विकसित किया जाना चाहिए।