Edited By Niyati Bhandari,Updated: 27 May, 2020 07:35 AM
आकार में छोटा होने के बावजूद नवग्रहों में बुध ग्रह को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे देवताओं का राजकुमार भी कहते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि कुंडली में अगर बुध सही है तो सब कुछ शुद्ध है यानि
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आकार में छोटा होने के बावजूद नवग्रहों में बुध ग्रह को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे देवताओं का राजकुमार भी कहते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि कुंडली में अगर बुध सही है तो सब कुछ शुद्ध है यानि सब कुछ सही रहता है। सौरमंडल के आठ ग्रहों में यह सबसे छोटा और सूर्य का सबसे निकटतम ग्रह है, जिस का परिक्रमण काल लगभग 88 दिन है। ज्योतिष शास्त्र में इसे देवताओं का संदेशवाहक और बुद्धि का प्रदाता भी कहा गया है।
हमारे ऋषि-मुनियों ने इस ग्रह का विश्लेषण करते हुए इनका स्थान ज्योतिष शास्त्र में भी काफी अहम माना है। जिस व्यक्ति पर बुध मेहरबान हो, वह व्यक्ति विद्वान होता है और उसकी तर्क क्षमता, संचार संप्रेषण व संचार कौशल गजब का होता है।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार बुध चंद्रमा व बृहस्पति की पत्नी तारा की संतान माने जाते हैं और यही वजह है कि बुध ग्रह में चंद्रमा व बृहस्पति की विशेषताएं भी पाई जाती हैं। जन्म कुंडली में बुध ग्रह मातृ पक्ष के सगे-संबंधियों का प्रतिनिधित्व करते हैं और इन्हें मस्तिष्क, जिह्वा, स्नायु तंत्र, कंठ ग्रंथि, त्वचा व गर्दन आदि का प्रतिनिधि भी माना जाता है। कुंडली में जिस जातक का बुध ग्रह मजबूत होता है, वह व्यक्ति हर कार्य को बुद्धिमत्ता पूर्ण तरीके से अंजाम देता है। ऐसा व्यक्ति अपनी हाजिर जवाबी और विनोद पूर्ण स्वभाव के लिए भी मशहूर होता है। ऐसे व्यक्ति अच्छे लेखक, संपादक, रिपोर्टर, ज्योतिषी, गणितज्ञ, वकील व व्यापारी होते हैं।
बुध ग्रह ज्योतिष में 2 राशियों कन्या व मिथुन पर अपना नियंत्रण रखते हैं। कन्या राशि में यह उच्च के तो मीन राशि में यह नीच के होते हैं। यह उत्तर दिशा व 27 नक्षत्रों में से अश्लेषा, ज्येष्ठा और रेवती इन 3 नक्षत्रों के स्वामी भी हैं। भगवान विष्णु जी की पूजा करके हम बुध ग्रह को मजबूत कर सकते हैं। हरा कपड़ा, हरी सब्जियां, दालें, गाय के लिए हरी घास बुध ग्रह के लिए दान देने हेतु सबसे उपयुक्त मानी जाती हैं।
गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com