Edited By Prachi Sharma,Updated: 24 Jul, 2024 02:47 PM
ग्रहों के राजकुमार बुध का राशि परिवर्तन होगा 5 अगस्त को। ज्योतिष में बुध बुद्धि के कारक हैं, इसका राशि परिवर्तन बहुत ही ज्यादा मायने रखता है। ये साल का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Budh Transit: ग्रहों के राजकुमार बुध का राशि परिवर्तन होगा 5 अगस्त को। ज्योतिष में बुध बुद्धि के कारक हैं, इसका राशि परिवर्तन बहुत ही ज्यादा मायने रखता है। ये साल का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन है अब तक है। बुध एक राशि में 21 दिन तक रहते हैं लेकिन अब 23 सितम्बर तक सिंह राशि में रहेंगे। 5 अगस्त को बुध वक्री होंगे 23 दिन बाद मार्गी हो जाएंगे और इसी बीच 12 अगस्त को बुध अस्त भी हो जाएंगे। इस दौरान बुध कर्क राशि अवस्था में आ जाएंगे। इसके बाद गोचर करते हुए कन्या राशि में आ जाएंगे। कन्या राशि बुध की उच्च राशि है।
वृष राशि: सबसे पहले वृष राशि को फायदा मिलेगा। वृष राशि के लिए बुध का गोचर चौथे भाव में हो रहा है। चौथे भाव में सिंह राशि आती है। प्रॉपर्टी से जुड़े काम यहीं से देखे जाते हैं। जब बुध चौथे भाव में गोचर करेंगे तो सीधी दृष्टि आपके कार्यस्थल पर रहेगी। आपके कारोबार में वृद्धि हो सकती है। प्रॉपर्टी खरीदते समय थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। यही पर बुध अस्त होंगे और वक्री भी होंगे। बुध धन और पंचम के स्वामी हैं। मां की सेहत का खास ध्यान रखें। संतान पक्ष की तरफ से आपको खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। संतान की प्राप्ति भी सकती है।
कर्क राशि: कर्क राशि के लिए बुध दूसरे भाव से गोचर करेंगे। दूसरा भाव आपके कुटुंब का भाव होता है। मुंह से जुड़ी बीमारियां भी यहीं से देखी जाती हैं। बुध यहीं पर वक्री और मार्गी भी रहेंगे। जहां पर गुरु अस्त रहेंगे वहां पर आपको सावधानी रखने की जरुरत है। परिवार में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बुध धन स्थान में हैं तो इस भाव के आपको फल मिलेंगे। बुध अष्टम भाव को देखेंगे। ससुराल पक्ष की तरफ से आपको फायदा देखने को मिलेगा। आपका भूला-भटका धन मिल सकता है। भाई की तरफ से सहयोग मिलेगा। इस अवधि के दौरान जो भी काम करेंगे उसमे फायदा होगा।
तुला राशि: तुला राशि के लिए ये गोचर ग्यारहवें भाव से होगा। यहां से मान-सम्मान देखा जाता है। तुला राशि के लिए बुध भाग्य स्थान के स्वामी हैं। इस अवधि के दौरान जो भी काम करेंगे उसमें फायदा देखने को मिलेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। संतान का खास ध्यान रखें, उनकी हेल्थ का खास ध्यान रखें। जिनके घर में संतान नहीं हैं उनके घर संतान का आगमन होने की सम्भावना बन रही है।
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के लिए बुध दशम भाव में गोचर करेंगे। दशम भाव आपका कर्म और कारोबार होता है। बुध आपके लिए ग्यारहवें भाव के स्वामी बनते हैं। यहां और धन और आय भी देखी जाती है। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ने की सम्भावना है। रुकी हुई प्रमोशन भी आपको मिल सकती है। ये अष्टम के भी स्वामी हैं। प्रॉपर्टी खरीद सके हैं। उदय अवस्था में ही यह काम करें।
मकर राशि: मकर राशि के लिए बुध का गोचर अष्टम भाव से होगा। बुध एक ऐसे ग्रह हैं जिसके लिए अष्टम भाव का गोचर बहुत शुभ होता है। बुध मकर राशि वालों के लिए भाग्य स्थान के स्वामी हो जाते हैं। बुध की कन्या राशि भाग्य स्थान में आ जाती है। भाग्य का साथ मिलेगा। कर्ज से छुटकारा मिल सकता है। कोर्ट केस में राहत मिलेगी। ननिहाल पक्ष की तरफ से खुशखबरी सुनने को मिलेगी।
मीन राशि: मीन राशि के लिए बुध छठे भाव से गोचर कर रहे हैं। बुध की मूल त्रिकोण राशि कन्या यहां पर आती है। बुध की मिथुन राशि आपके चौथे भाव में आएगी। पार्टनर की सेहत अगर खराब थी तो उसमें सुधार देखने को मिलेगा।
नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728