Edited By Prachi Sharma,Updated: 25 Nov, 2024 03:12 PM
आज बात करेंगे कर्क राशि वालों के लिए 2025 धन के लिहाज से कैसा रहने वाला है। शुक्र अपनी राशि वृषभ में 11वें भाव में गोचर करेंगे
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Cancer Wealth Yearly Horoscope 2025: आज बात करेंगे कर्क राशि वालों के लिए 2025 धन के लिहाज से कैसा रहने वाला है। शुक्र अपनी राशि वृषभ में 11वें भाव में गोचर करेंगे और शुक्र का यह गोचर आय में वृद्धि करने वाला होगा। साल के शुरुआत की आय स्थान के स्वामी शुक्र का गोचर अष्टम स्थान में होगा और शुक्र 28 जनवरी तक धन स्थान को दृष्टि देंगे। लिहाजा शुक्र का यह गोचर साल के पहले महीने में ही धन लाभ देने वाला होगा। कर्क राशि के जो जातक अपना पहला कारोबार करना चाहते हैं अथवा पहली जॉब के लिए अप्लाई करने की योजना है तो यह 29 मई से पहले करें। साल 2025 में गुरु, राहु, केतु और शनि ये चारों ही ग्रह गोचर करेंगे। शनि 3 साल बाद गोचर करते हैं इसलिए और राहु- केतु डेढ़ साल बाद गोचर करते हैं। इसलिए 1 साल में चारों का गोचर नहीं होता लेकिन 2025 में ये चारों गोचर करेंगे। शनि 29 मार्च को राशि बदलेंगे और मीन राशि में आ जाएंगे जबकि गुरु का गोचर 15 मई को होगा और गुरु मिथुन राशि में गोचर करेंगे। इसके अलावा 29 मई को राहु और केतु का गोचर होगा। राहु कुंभ राशि में आ जाएंगे और केतु का गोचर सिंह राशि में होगा। अब जैसा कि शनि मीन राशि में आएंगे तो ये आपकी कुंडली में नौवें भाव में आ जाएंगे और कर्क राशि के जातकों को शनि के ढैया से मुक्ति मिल जाएगी। कर्क राशि के जातकों के लिए शनि सातवें और आठवें भाव के स्वामी होकर मार्ग ग्रह बन जाते हैं और अपनी दशाओं और ढैया में अच्छा परिणाम नहीं करते।
राहु आप आपके लिए अष्टम भाव में गोचर करेंगे। जबकि केतु का गोचर दूसरे भाव में होगा। यानी 29 मई के बाद आपको अचानक धन हानि का योग बनता है। गुरु फिलहाल आपकी कुंडली में 11वें भाव में गोचर कर रहे हैं और यह 15 मई तक तो अच्छा है लेकिन 15 मई के बाद जब गोचर होगा। इसका 12वें भाव में हो जाएगा। राहु-केतु का गोचर आपके लिए धन के लिहाज से शुभ रहेगा। इससे पहले लेकिन 29 मई के बाद यह गोचर अशुभ हो जाएगा न ही गुरु धन के लिहाज से पहले जैसा शुभ फल फल करेंगे। केतु आपकी कुंडली में चौथा भाव छठा, आठवां और 12वां भाव एक्टिव हो जाएंगे। इसमें चौथे भाव का एक्टिव होना तो अच्छा है जबकि छठे, आठवें और 12वें भाव का एक्टिव होना अच्छा नहीं है। धन की हानि हो सकती है। जबकि छठे भाव पर गुरु की दृष्टि कर्ज में थोड़ी राहत जरूर देगी। कर्क राशि के जातकों का जन्म गुरु के पुनर्वसु नक्षत्र के आखिरी चरण में होता है। शनि के पुष्य नक्षत्र के चारों चरण इसमें आते हैं और बुध का श्लेषा नक्षत्र इस राशि में आता है। गुरु के पुनर्वसु और शनि के पुष्य नक्षत्र में पैदा हुए 30 से 50 साल के जातकों पर इस समय शुक्र की महादशा चल रही है। जबकि बुध के अश्लेषा नक्षत्र में पैदा हुए जातकों पर शुक्र की दशा अंतिम दौर में है अथवा सूर्य की महादशा शुरू हो चुकी है।
जो जातक अश्लेषा नक्षत्र के आखिरी चरण में पैदा हुए हैं और 40 साल से ऊपर की आयु के हैं, वह चंद्रमा की दशा से गुजर रहे हैं। कर्क राशि के जातकों के लिए पैसे के फ्लो में कमी नहीं आएगी क्योंकि शुक्र आय स्थान के स्वामी हैं और चौथे भाव के स्वामी भी शुक्र है। लिहाजा इस महादशा से गुजर रहे जातकों के लिए पैसे का फ्लो कायम रहेगा। साल की शुरुआत में शनि की ढैया चल रही है जबकि गुरु आपके 11वें भाव में गोचर कर रहे हैं और केतु का गोचर तीसरे भाव में और राहु का नौवें भाव में है। 29 मार्च को शनि के राशि परिवर्तन के साथ ही कर्म स्थान से शनि की दृष्टि हटेगी और रुके हुए काम बनने शुरू हो जाएंगे। धन भाव से शनि की दृष्टि हटना भी धन भाव के लिहाज से शुभ रहेगा। हालांकि यह राहत दो महीने के लिए रहेगी और 29 मई को धन भाव में केतु आ जाएंगे और राहु अष्टम भाव में आ जाएंगे। केतु के दूसरे भाव को एक्टिव करने के बाद किसी के साथ भी पैसे की डीलिंग करते वक्त सावधानी बरतें। पैसा उधार न दें नहीं तो आपका पैसा फस सकता है। न ही किसी की फाइनेंशियल गारंटी ले। यह आपको वित्तीय समस्या में फंसा सकता है। कर्क राशि के जो जातक अपना पहला कारोबार करना चाहते हैं अथवा पहली जॉब के लिए अप्लाई करने की योजना है तो यह कार्य 29 मई से पहले करें क्योंकि 29 मई को केतु दूसरे भाव में आ जाएंगे। दूसरे भाव से पहली नौकरी और पहली आय का विचार किया जाता है। केतु इस भाव से गोचर करेंगे तो नए कार्य में बाधा डालने वाला हो सकता है। इसके लिए आपको थोड़ा सा ध्यान रखना पड़ेगा। साल के शुरुआत में आय स्थान के स्वामी शुक्र का गोचर अष्टम स्थान में होगा और शुक्र 28 जनवरी तक धन स्थान को दृष्टि देंगे। लिहाजा शुक्र का यह गोचर साल के पहले महीने में ही धन लाभ देने वाला होगा। इस बीच धन स्थान के स्वामी सूर्य 14 जनवरी से मकर राशि में गोचर करेंगे और कर्क राशि को दृष्टि देंगे।
फरवरी मध्य तकसूर्य की दृष्टि आपकी राशि के ऊपर रहेगी। यानी कि धन स्थान के स्वामी का राशि के साथ संबंध बनाना आपके लिए 14 जनवरी से लेकर 14 फरवरी तक पैसे के लिहाज से अच्छा है। इसके बाद 14 मार्च से लेकर 31 मार्च तक आपकी कुंडली में आयु स्थान का स्वामी शुक्र वह धन स्थान के स्वामी सूर्य के साथ युति करेगा। लिहाजा इस अवधि में अच्छे धन लाभ के योग बनते हैं। 29 जून से लेकर 26 जुलाई के मध्य शुक्र अपनी राशि वृषभ में 11वें भाव में गोचर करेंगे और शुक्र का यह गोचर आय में वृद्धि करने वाला होगा। जबकि 20 अगस्त से लेकर 14 सितंबर तक शुक्र का गोचर कर्क राशि के ऊपर से होगा। इस अवधि में भी अच्छा धन लाभ हो सकता है। 14 सितंबर से लेकर 9 अक्टूबर तक शुक्र धन स्थान के ऊपर से गोचर करेंगे और अष्टम भाव को देखेंगे। लिहाजा इस अवधि में अचानक धन लाभ के योग बनते हैं। 17 अक्टूबर से लेकर 16 नवंबर तक शुक्र तुला राशि में गोचर करते हुए कारोबार वाले 10वें भाव को एक्टिव करेंगे और गुरु की दृष्टि में रहेंगे लिहाजा इस दौरान कारोबार में वृद्धि के अलावा धन की आमदन भी बढ़ेगी।
नरेश कुमार
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