Edited By Prachi Sharma,Updated: 08 Apr, 2024 07:25 AM
मां दुर्गा की उपासना और उनको प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है। वैसे तो वर्ष में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है लेकिन चैत्र और शारदीय नवरात्रि
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Chaitra Navratri 2024: मां दुर्गा की उपासना और उनको प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि का पावन पर्व मनाया जाता है। वैसे तो वर्ष में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है लेकिन चैत्र और शारदीय नवरात्रि ज्यादा खास और महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में भक्त मां को खुश करने के लिए क्या कुछ नहीं करते। इन दिनों पूजा-पाठ के अलावा यदि वास्तु नियमों का भी साथ में ध्यान रखा जाए तो ज्यादा जल्दी फल देखने को मिलता है। यदि आप नवरात्रि के दिनों में कुछ वास्तु उपाय आजमाएंगे तो आपके घर में सदैव खुशहाली बनी रहेगी। तो चलिए जानते हैं कौन से हैं वो वास्तु नियम जिनको इस दौरान नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
Navratri vastu tips नवरात्रि वास्तु टिप्स
सबसे पहले तो पूजा वाली जगह को साफ़-सुथरा करें। उसके बाद उस जगह पर माता रानी की मूर्ति को स्थापित कर दें। मूर्ति रखते समय इस बात का ध्यान रखें कि मूर्ति कमरे के उत्तर-पूर्व कोने में रखें। इसके अलावा इस बात का बेहद ध्यान रखें कि मूर्तियों को हमेशा ऊंचे मंच पर रखें। इसके अलावा पूजा सामग्री को दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर रखें।
Worship while sitting in this direction इस दिशा में बैठकर करें पूजा
सफलता को जल्द से जल्द अपनी तरह आकर्षित करने के लिए मां के सामने प्रार्थना करते समय पूर्व और उत्तर दिशा की ओर मुख करें। ऐसा करने से जल्दी शुभ प्रभाव देखने को मिलता है।
Right direction of eternal light अखंड ज्योति की सही दिशा
कुछ लोग नवरात्रि के दौरान घर में अखंड ज्योति प्रज्वलित करते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो इसके साथ दिशा का भी बेहद ध्यान रखें। अखंड ज्योति को कलश में दाहिने तरफ रखें। ऐसा करने से भविष्य में आपको शुभ संकेत देखने को मिलते हैं।
Use these colors इन रंगों का करें प्रयोग
नवरात्रि के दौरान रंगों का बेहद ही ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार रंग हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। यदि कोई व्यक्ति इनका सही तरीके से इस्तेमाल करता है उसका जीवन खुशियों से भरपूर रहता है। नवरात्रि की पूजा सामग्री में पीले और लाल रंग का उपयोग करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आगमन होता है तो शान से जुड़ी हर समस्या जड़ से खत्म हो जाती है। इसके अलावा पूरे 9 दिनों की शाम को घर में कपूर के साथ आरती करनी चाहिए।