Edited By Sarita Thapa,Updated: 29 Mar, 2025 11:08 AM

Chaitra Navratri 2025 Mantra: हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत खास महत्व है। साल 2025 में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च 2025 से हो रही है और इसका समापन 06 अप्रैल को होगी। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करने का विधान है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Chaitra Navratri 2025 Mantra: हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का बहुत खास महत्व है। साल 2025 में चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 30 मार्च 2025 से हो रही है और इसका समापन 06 अप्रैल को होगी। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि नवरात्रि के नौ दिन सच्चे मन से माता रानी की पूजा करने और व्रत रखने से मन की हर मुराद पूरी होती है और जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है। साथ ही चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए इनके शक्तिशाली मंत्रों का जाप करें। यह मंत्र न केवल शक्ति और समृद्धि प्रदान करते हैं, बल्कि जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने में सहायक होते हैं। तो आइए जानते हैं मां दुर्गा के मंत्रों के बारे में-

चैत्र नवरात्रि पहला दिन माता शैलपुत्री
वन्दे वांछितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखरम्। वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम्।। पूणेन्दु निभां गौरी मूलाधार स्थितां प्रथम दुर्गा त्रिनेत्राम्
नवरात्रि दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी
"या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
नवरात्रि तीसरे दिन मां चंद्रघंटा
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।। पिण्डज प्रवरारूढ़ा चण्डकोपास्त्रकैर्युता। प्रसादं तनुते महयं चन्द्रघण्टेति विश्रुता।।
नवरात्रि चौथे दिन मां कूष्मांडा
"या देवी सर्वभूतेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
नवरात्रि पांचवे दिन मां स्कन्दमाता
"या देवी सर्वभूतेषु मां स्कन्दमाता रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
सिंहासनगता नित्यं पद्माञ्चित करद्वया। शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥:

नवरात्रि छठे दिन मां कात्यायनी
ॐ क्लीं कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि। नंद गोप सुतं देवि पतिं में कुरुते नमः क्लीं ॐ
नवरात्रि सातवें दिन मां कालरात्रि
ॐ कालरात्र्यै नमः"
जय त्वं देवि चामुण्डे जय भूतार्ति हारिणि। जय सार्वगते देवि कालरात्रि नमोस्तुते॥ ॐ ऐं सर्वाप्रशमनं त्रैलोक्यस्या अखिलेश्वरी। एवमेव त्वथा कार्यस्मद् वैरिविनाशनम् नमो सें ऐं ॐ
नवरात्रि आठवें दिन मां महागौरी
"श्वेते वृषे समारूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः। महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा"
नवरात्रि नौवां दिन मां सिद्धिदात्री
ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:"
