Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 Apr, 2020 06:42 AM
भारत में श्री हनुमान जयंती साल में दो बार मनाई जाती है। चैत्र पूर्णिमा तथा कार्तिक चौदस पर। हनुमान जी का जन्म दक्षिण भारत में हुआ था। अत: चैत्र मास में वहां इसे और भी उत्साहपूर्वक मनाया जाता है।
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Chaitra Purnima 2020 : भारत में श्री हनुमान जयंती साल में दो बार मनाई जाती है। चैत्र पूर्णिमा तथा कार्तिक चौदस पर। हनुमान जी का जन्म दक्षिण भारत में हुआ था। अत: चैत्र मास में वहां इसे और भी उत्साहपूर्वक मनाया जाता है।
पूर्णिमा तिथि: आरंभ - 7 अप्रैल- दोपहर 12 बजे
पूर्णिमा तिथि- समाप्त - 8 अप्रैल- प्रात: 8 बजे
आप अपनी इच्छा तथा सुविधानुसार 7 व 8 दोनों दिन इनकी पूजा कर सकते हैं। हनुमान जयंती पर भक्तगण बजरंगबली के नाम का व्रत रखते हैं। इस दिन भक्त हनुमान जी के साथ साथ श्री राम व सीता मैया की पूजा भी करते हैं। इस व्रत की खास बात यह है कि पृथ्वी पर ही सोने की परम्परा है।
प्रात: जल्दी उठकर दो बार राम-सीता एवं हनुमान जी को याद करें। जल्दी सुबह स्नान-ध्यान करें। अब हाथ में गंगाजल लेकर व्रत का संकल्प करें। इसके बाद, पूर्व की ओर भगवान हनुमान जी की प्रतिमा को स्थापित करें। अब विनम्र भाव से बजरंगबली की प्रार्थना करें। षोडशोपाचार की विधि विधान से श्री हनुमान जी की आराधना करें।
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी के मंदिर जाएं और बजरंगबली का कोई भी सरल मंत्र या हनुमान चालीसा का 11 बार पाठ करें।
हनुमान जी पर गुलाब की माला चढ़ाएं। हनुमान जी को खुश करने का यह सबसे सरल उपाय है।
हनुमान मंदिर में एक सरसों के तेल का और एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं और हनुमान जी का पाठ करें।