Edited By Prachi Sharma,Updated: 20 Apr, 2025 11:00 AM
आचार्य चाणक्य भारतीय इतिहास के एक ऐसे अद्वितीय व्यक्तित्व थे जिन्होंने राजनीति, कूटनीति, अर्थशास्त्र और मानव व्यवहार को इतनी गहराई से समझा कि आज भी उनकी नीतियां
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Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य भारतीय इतिहास के एक ऐसे अद्वितीय व्यक्तित्व थे जिन्होंने राजनीति, कूटनीति, अर्थशास्त्र और मानव व्यवहार को इतनी गहराई से समझा कि आज भी उनकी नीतियां उतनी ही प्रभावशाली और मार्गदर्शक हैं। उनकी लिखी चाणक्य नीति न केवल तत्कालीन समय के लिए, बल्कि आज के आधुनिक जीवन में भी पूरी तरह प्रासंगिक है। उनके अनुसार, कुछ लोगों के साथ अपने दिल की बात साझा करना स्वयं को धोखे और संकट की ओर ले जाना है। ऐसे लोग न केवल आपकी भावनाओं का मज़ाक बना सकते हैं, बल्कि समय आने पर उसी जानकारी का दुरुपयोग भी कर सकते हैं।
ईर्ष्यालु व्यक्ति
चाणक्य कहते हैं कि यदि कोई व्यक्ति आपकी सफलता, प्रसन्नता या तरक्की से चिढ़ता है, तो वह कभी भी आपका सच्चा शुभचिंतक नहीं हो सकता। ऐसे लोगों से अपनी दिल की बात बताना, उन्हें हथियार देना है जिससे वे आपकी ही पीठ में छुरा घोंपें। ईर्ष्यालु व्यक्ति न स्वयं सुखी रह सकता है, न दूसरों को सुखी देख सकता है।
बातूनी या चुगलखोर लोग
चाणक्य कहते हैं कि जो लोग हर बात को दूसरों के साथ शेयर करने की आदत रखते हैं, उन्हें अपनी गोपनीय बातें बताना कभी बुद्धिमानी नहीं होती। ऐसे लोग आपकी निजी बातों को मज़ाक या मनोरंजन का साधन बना सकते हैं। जो व्यक्ति अपने जिह्वा को नियंत्रित नहीं कर सकता, वह मित्रता के योग्य नहीं है।
स्वार्थी व्यक्ति
चाणक्य नीति में साफ कहा गया है कि स्वार्थ के लिए जीने वाला व्यक्ति केवल अपने फायदे को देखता है और दूसरों के भावनात्मक पक्ष की कोई कद्र नहीं करता। ऐसे लोगों को दिल की बात बताना आत्मघाती हो सकता है।
अस्थिर मन वाले लोग
ऐसे लोग जो भावनात्मक रूप से स्थिर नहीं हैं, जिनकी मानसिकता बार-बार बदलती रहती है, उनसे किसी भी प्रकार की गहन व्यक्तिगत बात साझा करना जोखिम भरा हो सकता है।
जो लोग आपका भूतकाल जानते हैं पर वर्तमान नहीं समझते
चाणक्य के अनुसार, कुछ लोग आपकी पुरानी गलतियों या अनुभवों को पकड़ कर आज भी आपको उसी नजर से देखते हैं। वे आपके सुधार या बदलते रूप को स्वीकार नहीं करते।