Edited By Sarita Thapa,Updated: 27 Apr, 2025 08:37 AM
Chandra Shekhar Azad story: क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद तगड़े शरीर के होने के कारण कभी लालाजी, कभी मोटे-ताजे पंडित जी और कभी पहलवान का रूप धर लेते थे। पुलिस और सी.आई.डी. उनके पीछे लगी रहती थीं।
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Chandra Shekhar Azad story: क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद तगड़े शरीर के होने के कारण कभी लालाजी, कभी मोटे-ताजे पंडित जी और कभी पहलवान का रूप धर लेते थे। पुलिस और सी.आई.डी. उनके पीछे लगी रहती थीं। वह हर बार चालाकी से कोई न कोई तिकड़म निकाल कर बच जाते । कई बार तो वह जानबूझकर पुलिस से ही पंगा ले लेते थे।
एक बार वह लखनऊ में पंडित बने कहीं जा रहे थे। एक चौराहे के पास उन्होंने देखा कि एक सिपाही अपनी पगड़ी को एक तरफ रखकर आराम फरमा रहा है। आजाद को मजाक सूझा तो उन्होंने सिपाही से नजरें बचाकर होशियारी से पगड़ी उठा ली और सीधे थाने पहुंच गए। वहां दारोगा जी को नमस्कार कर उनके सामने मेज पर पगड़ी रखते हुए वह बोले, “यह सड़क पर पड़ी थी, इसे जमा कराने आया हूं। देख लो, आपकी पुलिस का क्या हाल है?”
दारोगा जी ने आश्चर्य से पूछा, “तुमने ऐसा क्यों किया?” आजाद बोले, “मैं आपको यह बताने आया हूं कि आपकी पुलिस कितनी लापरवाह है। वह चंद्रशेखर जैसे क्रांतिकारी को कैसे पकड़ेगी?’’
इस पर दारोगा जी हंसने लगे और आजाद भी मुस्कुराते हुए बड़े आराम से बाहर चले गए। बाद में जब दारोगा जी को पता चला कि पगड़ी लाने वाले वह पंडित जी ही चंद्रशेखर आजाद थे, तो उसकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई।