Edited By Prachi Sharma,Updated: 21 Jun, 2024 10:52 AM
आज तक आपने मंदिर में भगवान की मूर्तियां देखी होंगी लेकिन कुत्ते वाला मंदिर शायद की किसी ने देखा या सुना होगा। आज-कल के समय में लोग कुत्तों को घर में पालते हैं लेकिन कर्नाटक
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Channapatna Dog Temple: आज तक आपने मंदिर में भगवान की मूर्तियां देखी होंगी लेकिन कुत्ते वाला मंदिर शायद की किसी ने देखा या सुना होगा। आज-कल के समय में लोग कुत्तों को घर में पालते हैं लेकिन कर्नाटक राज्य में रामनगर जिले के चन्नापटना में एक मंदिर में कुत्तों की पूजा की जाती है। ऐसा इस वजह से क्योंकि शिवगणों में काले श्वान यानी कुत्ते का भी जिक्र किया जाता है। इसके अलावा भगवान भैरव का वाहन भी कुत्ता है, इस वजह से इनकी पूजा-अर्चना की जाती है। तो चलिए जानते हैं इस मंदिर के बारे में विस्तार से-
कुत्तों का ये मंदिर कर्नाटक के छोटे से गांव अग्रहारा वलागेरहल्ली में स्थित है। इस जगह को नई देवस्थान के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं 2010 में इस मंदिर को किसी व्यापारी ने बनाया था।
This is why this temple is special इस वजह से खास है ये मंदिर
कुत्ते का ये मंदिर बहुत ही दुर्लभ है, कर्नाटक में सिर्फ इसी जगह ये मंदिर है। इसके अलावा आसपास के लोगों से जुडी मान्यता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से यहां पूजा करता है उसकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। इसी के साथ वर्ष में एक बार यहां मेला लगता है, जहां देश-विदेश से लोग इसे देखने आता है। इस मेले को जात्रा महोत्सव के नाम से जाना जाता है। चन्नापट्टना के वलागेरेहल्ली गांव में कुत्तों को एक विशेष दर्जा दिया गया है।
This is the story of the temple ये है मंदिर की कहानी
मान्यताओं के अनुसार उस स्थानीय जगह पर केमपम्मा देवी की पूजा होती थी। उस दौरान किसी व्यापारी ने वहां मंदिर बनवाना शुरू किया, तब दो कुत्ते वहां आकर रहने लगे और उनकी देखभाल पूरा गाँव करता था। मंदिर का निर्माण होने के बाद वो कुत्ते गायब हो गए और किसी को नहीं मिले। कुछ कहानियों के अनुसार जब किसी व्यक्ति के सपने में वो कुत्ते आए। तब वहां के लोगों ने मंदिर बनवाने का फैसला लिया।
City of toys खिलौनों का शहर
चन्नापटना को खिलौनों का शहर कहा जाता है। देश-दुनियां के लोग दूर-दूर से यहां इसे देखने आते हैं। यहां पर अजब-गजब तरह के खिलोने देखने को मिलते हैं।