Edited By Niyati Bhandari,Updated: 16 Oct, 2024 10:11 AM
आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को चातुर्मास का प्रारंभ हो जाता है। इस बार यह तिथि 17 जुलाई बुधवार के दिन पड़ रही है। इस दिन से जगत के पालनहार श्री हरि 4 माह के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं।
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Chaturmas 2024: आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को चातुर्मास का प्रारंभ हो जाता है। इस बार यह तिथि 17 जुलाई बुधवार के दिन पड़ रही है। इस दिन से जगत के पालनहार श्री हरि 4 माह के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। चातुर्मास में शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं। इस दौरान कुछ नियमों का पालन किया जाना चाहिए। माना जाता है कि इन नियमों का पालन करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और जातक को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। तो आइए जानते हैं, चतुर्मास के दौरान किन नियमों का पालन करना चाहिए-
What to do in Chaturmas चातुर्मास में क्या करें
चातुर्मास में सूर्योदय से पहले उठें और भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करें। साथ ही हर रोज विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
चातुर्मास के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। साथ ही अपनी क्षमतानुसार जरूरतमंदों या गरीबों को दान करें।
चातुर्मास के दौरान व्रत, जप, तप, साधना, योग आदि का अभ्यास करना चाहिए।
चातुर्मास के दौरान दिन में बस एक बार भोजन का सेवन करें। साथ ही अपने क्रोध पर नियंत्रण रखें।
चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु के साथ-साथ शिव जी और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिए। शिव परिवार की पूजा करने से जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है।
What not to do in Chaturmas चातुर्मास में क्या न करें
चातुर्मास के दौरान विवाह, सगाई, गृह प्रवेश आदि जैसे कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए।
इस दौरान तामसिक चीजें जैसे- मांस, मदिरा, प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
चातुर्मास के दौरान किसी भी प्रकार की यात्रा नहीं करनी चाहिए।
इस दौरान किसी का अपमान न करें और बुरे विचारों और बुरी बातों से दूरी बनाकर रखें।