Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Nov, 2024 04:00 AM
हर साल छठ का पर्व बहुत ही उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सनातन धर्म में छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है और इसका समापन सूर्यदेव को सुबह अर्घ्य देने के साथ होता है।
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Chhath Puja 2024: हर साल छठ का पर्व बहुत ही उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जाता है। सनातन धर्म में छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है और इसका समापन सूर्यदेव को सुबह अर्घ्य देने के साथ होता है। चार दिन चलने वाला यह त्योहार हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव और छठी माता की पूजा की जाती है। इस व्रत को सभी कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। मान्यता है कि इस व्रत को सच्चे मन से करने से मन की हर मुराद पूरी होती है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं छठ पर्व के शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में-
Chhath Puja date and auspicious time छठ पूजा तिथि और शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, छठ पूजा का महापर्व कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल षष्ठी तिथि का आरंभ 07 नवंबर देर रात 12 बजकर 41 मिनट से हो रहा है और इसका समापन 08 नवंबर को देर रात 12 बजे इसका समापन होगा। इस महापर्व का समापन सप्तमी तिथि पर होता है। ऐसे में यह त्योहार 05 नवंबर से लेकर 08 नवंबर तक चलेगा।
नहाय खाय- 05 नवंबर 2024
खरना- 06 नवंबर 2024
शाम का अर्घ्य- 07 नवंबर
सुबह का अर्घ्य- 08 नवंबर
Importance of Chhath Puja छठ पूजा का महत्व
हिंदू धर्म में छठ पूजा का बहुत ही खास महत्व है। चार दिन चलने वाला यह त्योहार हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व नहाय खाय से शुरू हो जाता है चार दिन के बाद संध्या अर्घ्य के बाद पूरा होता है। इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और उत्तम भविष्य के लिए सूर्य देव और छठी माता की पूजा करती है। इस व्रत के दौरान सात्विक भोजन ही करना चाहिए।