Edited By Prachi Sharma,Updated: 09 Aug, 2024 12:09 PM
10वीं के बाद विषयों का चुनाव यह एक स्टूडेंट के जीवन का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट होता है। यह वो पॉइंट होता है जिसमें फैसला सही लेना बहुत जरूरी हो जाता है, नहीं तो उसकी आने वाली लाइफ काफी प्रभावित हो
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10वीं के बाद विषयों का चुनाव यह एक स्टूडेंट के जीवन का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट होता है। यह वो पॉइंट होता है जिसमें फैसला सही लेना बहुत जरूरी हो जाता है, नहीं तो उसकी आने वाली लाइफ काफी प्रभावित हो जाती है। ज्यादातर पेरेंट्स बच्चे से उसका चुनाव पूछते हैं लेकिन बच्चे के पास कोई इतना ज्यादा एक्सपीरियंस तो होता नहीं है। इस वजह से कई बच्चे अपने पियर प्रेशर में आके अपने आस-पास वालों को देख के या किसी ऐसे फैंटेसी माहौल को देख के अपना फैसला ले लेते हैं और कई बार गलत चुनाव होने पे बच्चे स्ट्रेस एंजाइटी का शिकार हो जाते हैं। कुछ लोगों के जीवन में जो स्टूडेंट लाइफ के साल होते हैं वो खराब हो जाते हैं। बर्थ चार्ट के अनुसार अगर सब्जेक्ट का सिलेक्शन किया जाए तो यकीन मानिए बच्चा न केवल पढ़ाई को बहुत अच्छे से करेगा बल्कि एक बहुत अच्छा प्रोफेशनल भी बनेगा। आज बात करेंगे मेजर सब्जेक्ट के बारे में कि किस तरह से ग्रहों की भाषा को जान के हम बच्चे की सब्जेक्ट सिलेक्शन में सहायता कर सकते हैं।
सब्जेक्ट सिलेक्शन के लिए इन बातों का रखें ध्यान
सब्जेक्ट सिलेक्शन में सबसे पहले बात करते हैं विज्ञान की। जिन भी बच्चों के बर्थ चार्ट में सूरज स्ट्रांग होंगे केवल और केवल वही लोग साइंस को सिलेक्ट करें। जिनके सूरज स्ट्रांग नहीं होंगे वो साइंस के साथ न्याय नहीं कर पाएंगे। सूरज किस तरह से कमजोर होते हैं, सूरज और राहु की डिग्रीज बहुत क्लोज हो तो सूरज बहुत कमजोर माने जाते हैं। सूरज शनि के साथ बहुत क्लोजर डिग्री पे हो तो भी सूरज बहुत वीक माने जाते हैं। सूरज की ऐसी पोजीशंस अगर चार्ट में हो तो बच्चे को साइंस लेने से रोकना चाहिए क्योंकि यह बच्चे साइंस पढ़ तो जाएंगे लेकिन साइंस वालों की तरह सोच नहीं पाएंगे। बच्चे को डॉक्टरी पेशे में जाना है तो सबसे पहले उसके सूरज अच्छा होने के साथ-साथ उसका चंद्रमा भी अच्छा होना चाहिए। चंद्रमा अच्छा होगा तो वह इंसान हीलिंग प्रोफेशन में जा सकता है। अच्छा चंद्रमा इंसान को हीलर बनाता है, चंद्रमा के साथ-साथ बृहस्पति अच्छे होने चाहिए। बृहस्पति इंसान की हीलिंग में मदद करते हैं। किसी भी बच्चे के बर्थ चार्ट में सूरज, गुरु और चंद्रमा सही होंगे तो यह बर्थ चार्ट के पांचवें घर से या दसवें घर से कनेक्ट कर रहे होंगे, तो यह बच्चा न केवल डॉक्टरी की परीक्षा में पास होगा बल्कि एक बहुत ही कामयाब डॉक्टरी प्रोफेशनल बन सकता है। अगर बच्चा कॉमर्स में जाना चाहता है तो उसके बर्थ चाट में उसके बुध बहुत अच्छे होने चाहिए। सूरज जो है यह कॉमन फैक्टर है, सूरज जिसके भी बहुत अच्छे होंगे वो इंसान जीवन में प्रॉमिनेंट होगा कामयाब होगा लेकिन पर्टिकुलर किस फील्ड में होगा। जिस भी बच्चे के बुध शुभ होंगे तो वो कॉमर्स के क्षेत्र में बढ़िया नाम कमाएगा।
अगर कॉमर्स लेनी है तो उसके बुध और पांचवें घर के कनेक्शन को देखना बहुत ज्यादा जरूरी है। बात करें आर्ट्स की आर्ट्स में बहुत सारे फील्ड होते हैं फाइन आर्ट्स से लेके इकोनॉमिक्स तक। फाइन आर्ट्स के लिए बच्चे का शुक्र बहुत अच्छा होना चाहिए। शुक्र अच्छा है तो यह बच्चा फाइन आर्ट्स के फील्ड में कुछ कमाल कर जाएगा। इन सब चीजों के अलावा कल को बच्चे ने अगर मार्केट में जॉब करनी है तो उसका कंपटीशन वाले घर को सही रखना बड़ा जरूरी है। बर्थ चार्ट में जो छठा घर होता है ये कंपटीशन का घर होता है। अगर बच्चे का करियर डिसाइड करना चाहते हैं तो उसके सिक्स्थ हाउस की ऊर्जा को चेक करिए।
यू.पी.एस.सी क्लियर करने के लिए इस घर को करें मजबूत
छठे घर की ऊर्जा अच्छी होगी तो बच्चा यू.पी.एस.सी जैसी तैयारियां कर सकता है। बर्थ चार्ट में सूरज और चंद्रमा प्लेनेट किसी के भी बहुत अच्छे होंगे तो बिना किसी पाप प्रभाव के उस इंसान के यू.पी.एस.सी क्रैक करने के योग बड़े बुलंद होंगे। अथॉरिटी सूर्य, चंद्रमा देते हैं लेकिन लग्जरी शुक्र देता है। अगर आई.ए, एस बनना है तो अपने बर्थ चार्ट में सूरज, चंद्रमा के साथ-साथ शुक्र को भी सही रखना होगा।
जर्नलिज्म फील्ड में आगे जाने के लिए बुध और मंगल जिम्मेदार हैं। इसके अलावा अगर किसी बच्चे के बुद्ध और गुरु एक साथ हैं तो यह बच्चा एक बहुत ही कामयाब कोच ट्रेनर या टीचर बन सकता है।