Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Jul, 2024 07:20 AM
ऊना (विशाल स्याल): सॉलिड वेस्ट का सही प्रकार से निष्पादन न करने को लेकर चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट पर कार्रवाई की तलवार लटक चुकी है।
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ऊना (विशाल स्याल): सॉलिड वेस्ट का सही प्रकार से निष्पादन न करने को लेकर चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट पर कार्रवाई की तलवार लटक चुकी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस संबंध में मंदिर ट्रस्ट पर जुर्माना लगाने की सिफारिश की है और माना जा रहा है कि 10 लाख रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
इसको लेकर मंदिर ट्रस्ट को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नोटिस भी सर्व किया गया था, लेकिन सकारात्मक जवाब न आने के चलते बोर्ड ने इस कार्रवाई को आगे बढ़ाया है। उच्चाधिकारियों के समक्ष इस मामले को प्रस्तुत करते हुए बड़े स्तर पर जुर्माना लगाने की सिफारिश की गई है। मां के चरणों में अर्पित फूलों का नहीं हो पा रहा सदुपयोग बता दें कि मां चिंतपूर्णी मंदिर में पूरे विश्व से श्रद्धालु आकर मां के समक्ष नतमस्तक होते हैं। यहां बड़ी मात्रा में फूलों का अर्पण मां के चरणों में होता है जिसका सदुपयोग नहीं हो पा रहा है। कुछ समय पहले इन फूलों को जिला के ही एक धूप-अगरबत्ती उद्योग को दे दिया जाता था लेकिन अब यह क्रम बंद है।
फूलों का प्रयोग धूप व अगरबत्ती बनाने में प्रयोग किया जा सकता है लेकिन अभी तक इस संंबंध में कोई सटीक योजना जारी नहीं हो पाई है। मंदिर प्रशासन की मानें तो यहां चढ़ने वाले फूलों को मां के खजाने के तौर पर श्रद्धालुओं को ही बांट दिया जाता है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एस.डी.ओ. प्रवीण धीमान ने कहा कि सॉलिड वेस्ट का सही तरह से निष्पादन न करने को लेकर मंदिर ट्रस्ट को कुछ समय पहले नोटिस दिया गया था लेकिन सकारात्मक समाधान न होने के कारण अब जुर्माने के लिए सिफारिश की गई है।