Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Dec, 2024 09:03 AM
Merry Christmas 2024: ‘‘परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम किया कि उसने अपने इकलौते पुत्र को भेजा ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह अनंत जीवन पाए।’’ (यूहन्ना 3:16)। जब पाप धरती पर बढ़ता गया तो परमेश्वर ने मनुष्य को पाप की दलदल में से निकाल कर जो रिश्ता
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Merry Christmas 2024: ‘‘परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम किया कि उसने अपने इकलौते पुत्र को भेजा ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे वह अनंत जीवन पाए।’’ (यूहन्ना 3:16)।
जब पाप धरती पर बढ़ता गया तो परमेश्वर ने मनुष्य को पाप की दलदल में से निकाल कर जो रिश्ता मनुष्य का परमेश्वर से टूट गया था उसे पुन: जोड़ने के लिए अपने इकलौते पुत्र प्रभू यीशू मसीह को धरती पर भेजा, जिसके बारे में नबियों ने प्रभु यीशू मसीह के जन्म के हजारों वर्षों पहले से ही भविष्यवाणियां कर दी थीं।
यीशू मसीह आदि से ही थे
प्रभु यीशू मसीह, जो आदि से ही थे और परमेश्वर के संग थे, को आज से 2024 साल पहले इसराईल में येरुशलम के बेथलहम में कुंवारी मरियम के पवित्र गर्भ से पवित्र आत्मा द्वारा संसार में मनुष्यों के बीच में मनुष्य के रूप में ही भेजा। प्रभु यीशू मसीह के संबंध में यूहन्ना नबी ने पवित्र बाईबल में लिखा है कि आदि में शब्द था और शब्द परमेश्वर के साथ था और शब्द ही परमेश्वर था।’’ (यूहन्ना 1.1) यहून्ना नबी ने अपने इन शब्दों की पुष्टि प्रभु यीशू मसीह के जन्म के समय यह कह कर की कि शब्द देहधारी हुआ।
प्रभु यीशू नबी (भविष्यवक्ता) भी थे
प्रभु यीशू मसीह ने अपने प्रचार के दौरान कई भविष्यवाणियां भी कीं, जिनमें उन्होंने अपने जीवन और संसार के अंतिम दिनों के बारे में जिक्र किया, विशेषकर अपने पकड़वाए जाने और सलीबी मौत, तीसरे दिन पुन: जी उठने और पुन: धरती पर आने तथा अन्य कई भविष्यवाणियां कीं। यही नहीं प्रभु यीशू मसीह ने अपनी भविष्यवाणियां पूरी होने की गांरटी यह कह कर दी, ‘‘मैं तुम्हें सत्य कहता हूं कि जब तक ये सब बातें न हो जाएं, पीढ़ी बीत न जाएगी, परंतु मेरे वचन नहीं टलेंगे।’’ आज संसार में जो घटनाएं घट रही हैं, ये सब प्रभु यीशू द्वारा की गई भविष्यवाणियों के अनुसार ही पूरी हो रही हैं।
धर्म नहीं मनुष्यों के दिलों को बदलने आए थे
प्रभु यीशू मसीह धरती पर किसी सांसारिक धर्म की स्थापना करने के लिए नहीं, अपितु मनुष्यों के पापी दिलों को बदल कर स्वर्ग के राज के लिए तैयार करने के लिए आए थे। इसके लिए प्रभु यीशू मसीह ने भूखे को रोटी, नंगे को कपड़ा, बेघर को घर और बीमार की तिमारदारी के एजैंडे पर लोगों को जागरूक करवा कर संसार में आपसी भाईचारे, प्रेम और शांति का संदेश दिया। प्रभु यीशू मसीह, जिन्हें संपूर्ण मसीह समुदाय पवित्र बाईबल की लिखतों के अनुसार जीवित परमेश्वर मानता है, का जन्मदिन हर वर्ष 25 दिसम्बर को बड़ी श्रद्धा और उत्साह से क्रिसमस के रूप में मनाया जाता है।