Edited By Niyati Bhandari,Updated: 27 Aug, 2024 04:00 AM
जन्माष्टमी से अगले दिन दही हांडी जैसा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसे विशेष रूप से गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान श्रीकृष्ण के बचपन की
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Dahi Handi 2024: जन्माष्टमी से अगले दिन दही हांडी जैसा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसे विशेष रूप से गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात में धूमधाम के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार भगवान श्रीकृष्ण के बचपन की लीलाओं को समर्पित है। जिसमें लोग एक बड़े बर्तन में दही और दूध भरते हैं और इसे ऊंचाई पर लटकाते हैं। लोग इसे तोड़ने के लिए एक मानव पिरामिड बनाते हैं, जो भगवान कृष्ण के बचपन की लीलाओं का प्रतीक होता है। दही हांडी पर्व एक अवसर है, जब परिवार और समाज के लोग मिलकर खुशी का अनुभव करते हैं और कृष्ण की लीलाओं को श्रद्धा के साथ मनाते हैं। भगवान कृष्ण ने अपने बचपन में दही और मक्खन की मटकियां तोड़ी थीं, जिन्हें उनकी माखन चोरी की लीला के रूप में याद किया जाता है। दही हांडी पर्व इसी याद में मनाया जाता है।
Dahi Handi puja: इस पर्व पर घर को रंग-बिरंगे फूलों और लाइट्स से डैकोरेट करें। श्रीकृष्ण के चित्रों और मूर्तियों को स्नान करवा कर सुंदर तरीके से सजाएं। पूजा और आरती करें। घर में विशेष रूप से दही हांडी पूजा का आयोजन करें विशेष मिठाइयां जैसे माखन-मिश्री, कड़ी-चावल, पेड़े, लड्डू और खीर बनाकर परिवार और दोस्तों को बांटें।
Dahi Handi upay 2024: दही हांडी के दिन ज्योतिष और वास्तु से संबंधित कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं, जो आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि लाने में सहायक होंगे।
घर की सफाई और पवित्रता: दही हांडी के दिन अपने घर की अच्छी तरह से सफाई करें। घर को स्वच्छ और सुव्यवस्थित रखना वास्तु के अनुसार महत्वपूर्ण है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करने में सहायक होता है।
ग्रहों की पूजा: इस दिन ग्रहों की पूजा विशेष महत्व रखती है। भगवान कृष्ण की पूजा करें, जो ग्रहों और उनकी स्थिति से संबंधित समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं।
सही दिशा में हांडी लगाना: दही हांडी को घर के उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में लटकाना वास्तु के अनुसार अच्छा माना जाता है। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने और धन-धान्य की वृद्धि में सहायक है।
गोधूलि वेला में पूजा: गोधूलि वेला (सांझ के समय) में भगवान कृष्ण की पूजा और भजन करें। यह समय विशेष रूप से शुभ माना जाता है और घर में सुख-समृद्धि लाने में मदद करता है।
संतुलित आहार और दान: इस दिन संतुलित और सात्विक आहार का सेवन करें और जरूरतमंदों को भोजन या दान दें। इससे मानसिक शांति और आध्यात्मिक संतोष प्राप्त होता है।
इन उपायों को अपनाकर आप दही हांडी के दिन अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं और समृद्धि की ओर एक कदम बढ़ा सकते हैं।