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Dera Radha Soami: डेरा ब्यास प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने जसदीप सिंह गिल को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया

Edited By Prachi Sharma,Updated: 03 Sep, 2024 07:08 AM

dera radha soami

पंजाब ही नहीं बल्कि देश-विदेश में विख्यात राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने सोमवार को अपने उत्तराधिकारी का ऐलान कर सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने

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जालंधर/ डेरा ब्यास (गुलशन): पंजाब ही नहीं बल्कि देश-विदेश में विख्यात राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने सोमवार को अपने उत्तराधिकारी का ऐलान कर सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने 45 वर्षीय जसदीप सिंह गिल को अपना उत्तराधिकारी बनाया है और उन्हें संगत को नाम दान देने का अधिकार भी दिया है। जसदीप सिंह गिल डेरा ब्यास के 7वें मुखी होंगे।

बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों की तरफ से डेरा ब्यास के सैक्रेटरी देवेंद्र कुमार सीकरी द्वारा सेवादार-इंचार्जों को भेजे गए लैटर में लिखा है कि संत-सत्गुरु एवं राधा स्वामी सत्संग ब्यास के संरक्षक बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने सुखदेव सिंह गिल के सुपुत्र जसदीप सिंह गिल को राधा स्वामी सत्संग ब्यास सोसायटी का संरक्षक मनोनीत किया है। वे तत्काल प्रभाव से यानी 2 सितम्बर 2024 से सरंक्षक के रूप में उनका स्थान लेंगे और उन्हें नामदान देने का भी पूरा अधिकार होगा। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि जिस प्रकार हजूर महाराज जी के बाद उन्हें संगत का भरपूर सहयोग व प्यार मिला है, उसी प्रकार उन्होंने भी यह इच्छा जताते हुए अनुरोध किया है कि जसदीप सिंह गिल को भी संरक्षक व संत-सत्गुरु के रूप में उनकी सेवा निभाने में वही प्यार और स्नेह दिया जाए। 
इस लैटर के जारी होते ही डेरे के सेवादारों में हलचल मच गई।  देश-विदेश में बसे डेरे के करोड़ों अनुयायियों ने एक-दूसरे को फोन करके इस लैटर की सत्यता जानने की कोशिश की। संगत इस बात को जानने की कोशिश करती रही कि आखिर बाबा जी ने यह फैसला क्यों लिया। 

उल्लेखनीय है कि बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों की कुछ साल पहले तबीयत खराब हुई थी। उन्हें कैंसर डिटैक्ट हुआ था। जिसका सिंगापुर में लंबा इलाज चला था। इलाज के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गए। अब अचानक इस लैटर के जारी होने के बाद संगत उनके स्वास्थ्य को लेकर कई प्रकार के कयास लगाने लगी है। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों के मामा के बेटे हैं जसदीप सिंह गिल

सूत्रों के मुताबिक जसदीप 
सिंह गिल बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों के रिश्तेदारी में मामा के बेटे लगते हैं। डेरा ब्यास के नए प्रमुख मोगा से हैं और उनके पिता कर्नल सुखदेव सिंह और परिवार पिछले 50 वर्षों से डेरा ब्यास में रह रहा है। यह परिवार महाराज चरण सिंह जी का रिश्तेदार है। जसदीप सिंह गिल ने फार्मास्यूटिकल कंपनी सिपला लिमिटेड में स्ट्रैटेजी ऑफिसर और सी.ई.ओ. के रूप में काम किया है। 31 मई 2024 को उन्होंने यह पद छोड़ दिया।  उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से कैमिकल इंजीनियरिंग में पीएच.डी. और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से केमिकल इंजीनियरिंग की मास्टर डिग्री की है। उन्होंने आई.आई.टी. दिल्ली से बायोकैमिकल इंजीनियरिंग और बायोटैक्नोलॉजी में  ग्रैजुएशन व पोस्ट ग्रैजुएशन डिग्री प्राप्त की है। बाबा सुखदेव सिंह गिल को 6 महीने पहले नौकरी से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों फिलहाल पूरी तरह से ठीक हैं। वह अपनी सेवा जारी रखेंगे।

सन् 1990 में बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने संभाली थी गद्दी
राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास चौथे गुरु महाराज चरण सिंह जी के बाद सन् 1990 में गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने डेरा प्रमुख के रूप में गद्दी संभाली थी। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों का जन्म 1954 में पंजाब के मोगा शहर में हुआ था। उन्होंने शुरूआती दिनों में अपनी पढ़ाई हिमाचल प्रदेश में की। इसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में ग्रैजुएशन की। पढ़ाई पूरी होने के बाद वह काफी समय विदेश में भी रहे। सन् 1990 में महाराज चरण सिंह जी के चोला त्यागने के बाद गुरिंदर सिंह ढिल्लों डेरे के 5वें उत्तराधिकारी बने। बाबा गुरिंदर सिंह की पत्नी श्रीमती शबनम का कुछ साल पहले निधन हो गया था। उनके 2 बेटे गुरप्रीत सिंह ढिल्लों और गुरकीरत सिंह ढिल्लों हैं।

डेरा ब्यास का अच्छा-खासा है प्रभाव 
वहीं दूसरी तरफ राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास का पंजाब सहित विभिन्न राज्यों में अच्छा-खासा प्रभाव है। लोग डेरे के सेवाभाव के कार्यों और साफ-सफाई के प्रबंधों को लेकर काफी प्रभावित हैं। 
इसी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता, कई राज्यों के मुख्यमंत्री और मंत्री अक्सर डेरे में नतमस्तक होने आते हैं। राजनीति से हमेशा दूर रहने वाले डेरा ब्यास ने कोरोना काल के दौरान भी सेवा की अद्भुत मिसाल पेश की थी।

डेरे की नई गाइडलाइन
वहीं दूसरी तरफ डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों द्वारा जसदीप सिंह ढिल्लों को उत्तराधिकारी घोषित करने के बाद सोशल मीडिया पर कई प्रकार के मैसेज आने शुरू हो गए हैं। जिसमें संगत को अफवाहों से दूर रहने के अलावा बताया गया है कि बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों पूरी तरह से स्वस्थ हैं। 
इस हफ्ते डेरा ब्यास में होने वाले भंडारे से पहले शुक्रवार और शनिवार को सवाल-जवाब का कार्यक्रम होगा। 
इसके अलावा किसी भी प्रकार का कोई भी आयोजन नहीं रखा गया है। 
नए उत्तराधिकारी जसदीप सिंह गिल उनके साथ बैठेंगे। 
बाबा गुरिंदर सिंह के साथ वे अलग-अलग सत्संग घरों का दौरा भी करेंगे। 
विदेशों में होने वाले सभी सत्संग जसदीप सिंह गिल द्वारा किए जाएंगे।

सन् 1891 में हुई थी डेरे की स्थापना
डेरे की स्थापना बाबा जैमल सिंह ने सन् 1891 में की थी। राधा स्वामी सम्प्रदाय एक विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक संगठन है। राधा स्वामी सत्संग ब्यास का प्रमुख केंद्र उत्तर भारत के पंजाब में ब्यास नदी के तट पर स्थित है। डेरे के पास 4000 एकड़ से ज्यादा जमीन है। 90 से ज्यादा देशों में डेरे के सत्संग घर बने हुए हैं। पंजाब के अलावा देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों में डेरे के करोड़ों अनुयायी हैं। डेरा ब्यास के अपने कई बड़े अस्पताल भी चल रहे हैं।

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