Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Nov, 2023 06:56 AM
देव दीपावली 26 नवंबर 2023 को मनाई जा रही है। हर साल यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली पूर्णिमा को मनाए जाने का विधान है। लोक मान्यता है की
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Dev Deepawali 2023: देव दीपावली 26 नवंबर 2023 को मनाई जा रही है। हर साल यह पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली पूर्णिमा को मनाए जाने का विधान है। लोक मान्यता है की पूर्णिमा पर श्री हरि विष्णु का वास गंगा जल में होता है। यह भी कहा जाता है कि इस दिन सभी देवी-देवता पृथ्वी पर पधारते हैं। धरतीवासी उनके स्वागत में दीप जलाते हैं। पूर्णिमा पर दीप दान का फल कई गुना होकर वापिस मिलता है। शास्त्रों के अनुसार देव दीपावली की संध्या को शिव मन्दिर में दीप जलाए जाने चाहिए। उसके अतिरिक्त देव स्थानों, चौराहे और पीपल के पेड़ व तुलसी के पौधे के नीचे भी दीए जलाए जाने का विधान है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से रोजमर्रा की समस्याओं से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है।
लक्ष्मी जी को स्थिर करने के लिए अभिजीत मुहूर्त में अपने इष्ट देव के सामने बैठ जाएं। एक पटरे पर चौकोर चमकीला लाल कपड़ा बिछा लें। फिर अपने इष्ट देव का ध्यान करते हुए लाल कपड़े पर लाल चंदन का टुकड़ा, साबुत लाल गुलाब का पुष्प तथा रोली लें। अपने इष्ट देव से बचत के लिए प्रार्थना करें तथा इन सब वस्तुओं को लाल कपड़े में बांध लें। इस पोटली को अपनी अलमारी, तिजोरी, गल्ला, जहां आप रुपए रखते हैं, में रख दें। इस उपाय से लक्ष्मी जी कभी भी आपका बसेरा छोड़कर नहीं जाएंगी।
लाल चंदन, लाल गुलाब के फूल तथा रोली लें। इन सब चीजों को लाल कपड़े में बांधकर एक सप्ताह के लिए मंदिर में रख दें। घर पर धूपबत्ती किया करें। एक हफ्ते के बाद उनको घर तथा दुकान की तिजोरी में रख दें। रातों-रात हो जाएंगे मालामाल।
पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करके तिल, गुड़, कपास, घी, फल, दीपक, अन्न, कम्बल, वस्त्र आदि वस्तुओं का अपनी समार्थ्य के अनुसार दान करना चाहिए। किसी जरूरतमंद अथवा भूखे को भोजन अवश्य करवाएं।
मंद पड़ रहे कारोबार में वृद्धि के लिए सुबह और शाम तुलसी की पूजा करें। तुलसी के पत्तों पर हल्दी से श्री लिखकर शालीग्राम पर अर्पित करें।