Edited By Prachi Sharma,Updated: 12 Nov, 2024 04:00 AM
हिन्दू पंचांग के अनुसार देवउठनी एकादशी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है और ये व्रत आज 12 नवंबर को रखा जा रहा है
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Dev Uthani Ekadashi 2024: हिन्दू पंचांग के अनुसार देवउठनी एकादशी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है और ये व्रत आज 12 नवंबर को रखा जा रहा है। इस दिन को प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं। यह दिन खासतौर पर पुण्यकारी माना जाता है और इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में समृद्धि, सुख, और खुशहाली आती है। हिंदू धर्म में विवाह को एक पवित्र संस्कार माना जाता है और यदि किसी के विवाह में रुकावट आ रही हो, तो उसे इस दिन के उपायों का पालन करने से लाभ हो सकता है। एकादशी का व्रत विशेष रूप से नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने, शुभ फल प्राप्त करने और अच्छे कामों की शुरुआत करने के लिए अत्यधिक प्रभावी माना जाता है। यदि विवाह पक्का होने में बार-बार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो आज के दिन इन खास उपायों को अवश्य करना चाहिए।
Do these remedies on the day of Dev uthani Ekadashi देवउठनी एकादशी के दिन करें ये उपाय
तुलसी के पौधे की पूजा करने से भी विवाह में आ रही समस्याओं को दूर किया जा सकता है। विशेष रूप से तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाना और उसकी पूजा करना एक श्रेष्ठ उपाय है जो विवाह में आ रही रुकावटों को दूर करने में सहायक होता है। तुलसी का पौधा धार्मिक दृष्टि से बहुत ही पवित्र होता है और इसके पूजन से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
एकादशी के दिन दान करना बहुत शुभ होता है। इस दिन विशेष रूप से गरीब या निर्धन कन्या को वस्त्र, आभूषण या अन्य कोई उपयोगी वस्तु दान करने से विवाह में आ रही समस्याएं दूर हो सकती हैं। इसके अलावा आज के दिन भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर उन्हें प्रेमपूर्वक भोग अर्पित करना भी विवाह में आ रही रुकावटों को दूर कर सकता है।
देवउठनी एकादशी के दिन व्रत रखना बहुत खास होता है। इस दिन उपवासी रहने से विवाह के इच्छुक व्यक्ति को न सिर्फ पुण्य मिलता है बल्कि उनकी शुभकामनाएं भी पूरी होती हैं। अगर विवाह में कोई रुकावट आ रही है तो इस दिन का व्रत रखने से विवाह के रास्ते में आने वाली कठिनाइयों को दूर हो जाती हैं।
विवाह में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए शंख, बांसुरी और तुलसी के पत्तों का उपयोग करना चाहिए। शंख का पूजन और उसका विशेष रूप से इस दिन उपयोग करना विवाह के रास्ते में आ रही बाधाओं को दूर करने में बहुत प्रभावी माना जाता है।। बांसुरी भगवान श्री कृष्ण का प्रिय वाद्य है और तुलसी का पौधा शुद्धता और समृद्धि का प्रतीक है। इनका पूजन आपके विवाह के मामलों में सुधार ला सकता है।
आज के दिन सबसे पहले भगवान विष्णु को केसर या पीले चन्दन का तिलक लगाएं। विवाह-शादी में आ रही दिक्कतों को दूर करने का ये एक प्रभावी उपाय है।