Edited By Prachi Sharma,Updated: 17 Jul, 2024 07:28 AM
:महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में स्थानीय ओबीसी वर्ग(धनगर, माली, वंजारा)का रुझान किस तरफ रहेगा और इसका लाभ किसके पक्ष में जाएगा, यह आने वाले विधानसभा चुनावों में साफ होगा। लेकिन इससे पहले ही आर.एस.एस
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नई दिल्ली (निशांत राघव/ नवोदय टाइम्स): महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों में स्थानीय ओबीसी वर्ग(धनगर, माली, वंजारा)का रुझान किस तरफ रहेगा और इसका लाभ किसके पक्ष में जाएगा, यह आने वाले विधानसभा चुनावों में साफ होगा। लेकिन इससे पहले ही आर.एस.एस ने मराठा शासक और समाज सुधारक के रूप में विख्यात रहीं लोकमाता महारानी अहिल्याबाई होलकर की 300 वीं जन्म शताब्दी मनाने का निर्णय लिया है।
संघ की महिला संगठन राष्ट्र सेविका समिति ने नागपुर में संपन्न हुई अखिल भारतीय कार्यकारिणी एवं प्रतिनिधि सभा में प्रस्ताव भी पारित किया और बड़े स्तर पर इस संबंध में कार्यक्रम करने की योजना को विस्तार देने की बात कही।
जानकारी के अनुसार अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर पिछले दिनों महाराष्ट्र के अहमदनगर का नाम भी बदलकर अहिल्याबाई नगर किया गया था। माना जा रहा है कि संघ के इस कदम का लाभ महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को धनगर समेत स्थानीय ओबीसी वर्ग में भाजपा की पैठ मजबूत करने में सहायता भी मिलेगी।
क्योंकि अहिल्याबाई होलकर की धनगर समाज में देवी जैसी मान्यता है और महाराष्ट्र में ओबीसी वर्ग में इन तीनों बिरादरी की खासी जमात है। मुख्य रूप से धनगर समाज महाराष्ट्र के कोल्हापुर, सांगली, पुणे,अकोला, परभणी, नांदेड़ और यवतमाल जैसे इलाके में अधिक हैं। 288 सदस्यों वाली महाराष्ट्र विधानसभा की करीब 40 सीटों पर सीधे तौर पर धनगर समाज का असर भी माना जाता है।