Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Oct, 2024 12:16 PM
Dhanteras 2024: धनतेरस का त्योहार दीवाली से ठीक दो दिन पहले मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस का त्योहार कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल धनतेरस का त्योहार 29 अक्तूबर को मनाया जा रहा है। जानिए, धनतेरस के दिन किस समय...
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Dhanteras 2024: धनतेरस का त्योहार दीवाली से ठीक दो दिन पहले मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस का त्योहार कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल धनतेरस का त्योहार 29 अक्तूबर को मनाया जा रहा है। जानिए, धनतेरस के दिन किस समय होगा पूजा का शुभ मुहूर्त। इसके साथ ही खरीदारी का शुभ मुहूर्त कब से कब तक रहेगा। धनतेरस का त्योहार दीवाली से दो दिन पहले मनाया जाता है। यह त्योहार खुशहाली, समृद्धि और सेहतमंद जीवन का प्रतीक माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस का त्योहार कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। इस साल धनतेरस का पर्व 29 अक्तूबर 2024 को मनाया जाएगा। धनतेरस जिसे 'धन त्रयोदशी' के नाम से भी जाना जाता है।
धनतेरस का नाम 'धन' और 'तेरस' से बना है, जिसमें धन का मतलब संपत्ति और समृद्धि है और तेरस का अर्थ हिंदू कैलेंडर की 13वीं तिथि है। इस दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। साथ ही यह दिन कुबेर और लक्ष्मी माता की पूजा के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
Dhanteras Puja Timings धनतेरस पूजा समय
ज्योतिषाचार्य पंडित सुधांशु तिवारी के अनुसार, धनतेरस की त्रियोदशी तिथि 29 अक्तूबर को सुबह 10 बजकर 31 मिनट से शुरू हो जाएगी। जो 30 अक्तूबर दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर खत्म होगी। इस दिन प्रदोष काल शाम 5 बजकर 38 मिनट से रात 8 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। धनतेरस के लिए 29 अक्तूबर को गोधूली काल शाम 6 बजकर 31 मिनट से रात 8 बजकर 31 मिनट तक रहेगा यानी धनतेरस के पूजन के लिए एक घंटा 42 मिनट का समय रहेगा।
धनतेरस के दिन त्रिपुष्कर योग बन रहा है। जिसमें खरीदारी करना शुभ माना जाता है। पहला खरीदारी मुहूर्त 29 अक्तूबर की सुबह 6 बजकर 31 मिनट से 10 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। वहीं दूसरा मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 42 मिनट से दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।
दीवाली से ठीक पहले धनतेरस के दिन सोना, चांदी, बर्तन, गहने या अन्य कीमती सामान खरीदने का विशेष महत्व बताया गया है। मान्यता है कि इस दिन जो भी चीजें खरीदी जाती हैं, वह घर में समृद्धि और धन का आगमन करती हैं। कुछ लोग इस दिन नए वाहन, संपत्ति या अन्य महत्वपूर्ण चीजों की भी खरीदारी करते हैं। इसके साथ ही आज के समय में इलेक्ट्रॉनिक्स और नए उपकरण धनतेरस पर खरीदना शुभ माना जाता है।
Dhanteras Puja Vidhi धनतेरस पूजा विधि
धनतेरस के दिन शुभ मुहूर्त में धन्वंतरि देव के साथ मां लक्ष्मी और कुबेर देवता की तस्वीर या मूर्ति स्थापना करें। इसके बाद कुबेर देव और धन्वंतरि देव की पूजा करें। फिर घी का दीपक जलाएं और शाम में द्वार पर भी दीपक जलाएं। धनतेरस के धन्वंतरि देव को पीली मिठाई का प्रसाद के रूप में भोग लगाएं। उसके बाद मंत्रों का जाप करें और आरती करें।
What to buy on Dhanteras धनतेरस पर क्या खरीदें
धनतेरस के दिन खरीदारी करना अच्छा माना जाता है। इस दिन सोने और चांदी के गहने, बर्तन, पीतल और झाड़ू खरीदना बहुत ही शुभ होता है।
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Importance of Dhanteras धनतेरस का महत्व
धनतेरस का त्योहार भगवान धन्वंतरि की जन्म के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी समुद्र मंथन के दौरान हाथों में अमृत से भरा स्वर्ण कलश लेकर प्रकट हुए थे। भगवान धनवंतरी ने कलश में भरे अमृत को देवताओं को पिलाकर अमर कर दिया। इस दिन धन्वंतरि देव की पूजा करने से व्यक्ति को निरोगी जीवन मिलता है और उसकी सेहत हमेशा अच्छी रहती है।
What to do and what not to do on Dhanteras धनतेरस पर क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए
धनतेरस पर सोने और चांदी या बर्तन की खरीदारी करनी चाहिए। इसके साथ ही भगवान धन्वंतरि और माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। घर की साफ-सफाई और सजावट करनी चाहिए। वहीं धनतेरस के दिन किसी से न कर्ज लेना चाहिए और न ही कर्ज देना भी चाहिए। इस दिन अशुद्ध स्थानों पर पूजा नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही क्रोध और नकारात्मकता से दूर रहना चाहिए।
आचार्य पंडित सुधांशु तिवारी
प्रश्न कुण्डली विशेषज्ञ/ ज्योतिषाचार्य
सम्पर्क सूत्र:- 9005804317