Edited By Prachi Sharma,Updated: 27 Oct, 2024 05:00 AM
धनतेरस यानी दीपावली से दो दिन पहले आने वाला त्यौहार है और जिस दिन से यह पंच दिवसीय दीपावली महापर्व शुरू होता है। कार्तिक महीने में पूर्णिमा के बाद जो 13वीं तिथि आती है तेरस उसको धनतेरस बोला जाता है।
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Dhanteras Remedies: धनतेरस यानी दीपावली से दो दिन पहले आने वाला त्यौहार है और जिस दिन से यह पंच दिवसीय दीपावली महापर्व शुरू होता है। कार्तिक महीने में पूर्णिमा के बाद जो 13वीं तिथि आती है तेरस उसको धनतेरस बोला जाता है। पौराणिक कथाओं में समुद्र मंथन वह सीधे-सीधे धनतेरस से जुड़ा हुआ है क्योंकि समुद्र मंथन कार्तिक के महीने में ही हुआ था। समुद्र मंथन के 13वें दिन समुद्र मंथन में से मां लक्ष्मी प्रकट हुई थी। समुद्र मंथन में से भगवान धन्वन्तरि भी प्रकट हुए थे। भगवान धन्वन्तरि जिनको डॉक्टर ऑफ द डॉक्टर्स बोला जाता है यानी जिन्होंने आयुर्वेदा शुरू किया जो सभी डॉक्टरों के सभी चिकित्सकों के आराध्य हैं। हमें निरोग रखने वाली जो शक्ति है वह भगवान धन्वन्तरि हैं। हेल्थ और वेल्थ यह दोनों का संगम धनतेरस वाले दिन होता है। तो धनतेरस वाला दिन इतना ऊर्जित दिन होता है कि इस दिन का आपके द्वारा किया गया कोई भी उपाय घर के अंदर आरोग्य का वातावरण लेकर आता है और आपके जीवन में धन-संपत्ति की कृपा भी लेकर आता है, भगवान धन्वन्तरि का भी आशीर्वाद मिलता है और मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है।
धनतेरस के दिन एक कामधेनु गाय लेकर आएं और इसे साउथ-ईस्ट से ईस्ट के बीच में रख दें। यह आपके जीवन में समृद्धि लेकर आएगा।
धनतेरस के दिन स्टील का लोटा लीजिए उसमें एक चांदी का कॉइन डालिए ये चांदी का कॉइन पहले भी पड़ा हुआ हो या उस दिन अगर आपने खरीद के लाना है तो भी उसमें थोड़ा सा कोई भी पवित्र जल डालिए। इसके बाद इसे पूजा स्थान पर रख दें और भगवान धन्वन्तरि के मंत्रों का 108 जाप करें। इसके बाद दिवाली तक इस लौटे की पूजा करें और गोवर्धन पूजा वाले दिन इस जल के छींटे पूरे घर में छिड़कें। ऐसा करने से आपके घर की सारी नेगेटिविटी खत्म हो जाएगी और उसके बाद चरणामृत के तौर पर इस जल को सभी को पिलाएं। यह अमृत कलश आपके जीवन में निरोगी काया लेकर आएगा।
घर में बीमारियों से मुक्ति पाने के लिए धनतेरस के दिन साबुत चावल लेने हैं लाल कपड़े के ऊपर बिछाए और घर के पूजा स्थान पर रखिए। इसके बाद भगवान धन्वन्तरि, महादेव का ध्यान करिए और उसके बाद धनतेरस वाले दिन ही इसकी एक पोटली बना लीजिए और रसोई घर में कहीं पर रखी दें। एक वर्ष के बाद इस पोटली को आप किसी चलते पानी में प्रवाह कर दीजिए या किसी पेड़-पौधे के नीचे स्प्रेड कर दीजिएगा। ऐसा करने के बाद आपके जीवन में एकदम से निरोगी काया का निवेश होना शुरू हो जाएगा यानी आपके जीवन में आप जो भी करेंगे वह आपको आरोग्य की तरफ लेकर जाएगा।
धनतेरस वाले दिन ही मां लक्ष्मी भी प्रकट हुई थीं। तो मां लक्ष्मी को आराधना वैसे तो 365 दिन ही करनी चाहिए लेकिन विशेष तौर पर उनको अपने घर में स्थापित करने की शुरुआत है धनतेरस से होती है। इस दिन सोना,चांदी, स्टील, बर्तन खरीदें। एक बात का ध्यान रखें कि धनतेरस से लेकर दिवाली तक अपने घर में भरपूर मात्रा में चावल जरूर रखें। जितनी अच्छी क्वांटिटी में रहेंगे आपके लिए उतना ही अच्छा रहेगा। उतना ही महालक्ष्मी साक्षात कृपा है आपके ऊपर आएगी। इसके बाफ चावल के आटे में हल्दी मिलाइए और घर के मुख्य द्वार पर स्वास्तिक और ओम बनाएं। यह महालक्ष्मी का आपके घर में आने का रास्ता प्रशस्त करता है।
इसके अलावा उस दिन एक गुल्लक खरीदें। गाय के घी में सिंदूर मिलाइए और उससे उस गुल्लक के ऊपर स्वस्तिक बनाइए और उसके अंदर धनतेरस वाले दिन कोई कॉइन या कोई करेंसी जरूर डालिए और बीच-बीच में निरंतर पूरा साल उसमें कोई कॉइन करेंसीज डालते रहिए। इस गुल्लक को वेस्ट से लेकर साउथ-वेस्ट के बीच में एरिया है वहां पर रख दें। आपकी बरकत 13 गुना बढ़ जाएगी।
एक बैठी हुई मां लक्ष्मी का चित्र या छोटी मूर्ति धनतेरस वाले दिन खरीदें और उसे तिजोरी के अंदर रख दें। अगर गुल्लक है तो उसके ऊपर फोटो पेस्ट कर दीजिएगा। ऐसा करने से महालक्ष्मी की साक्षात कृपा आपके धन स्थान के ऊपर बरसेगी।
अन्नदान- इस दिन कोई भी सामान खरीदें और किसी जरूतमंद व्यक्ति को दान कर दें। याद रखिएगा कि धनतेरस वाला दिन भगवान कुबेर का भी दिन है। भगवान कुबेर कौन देवताओं के खजांची हैं, जो धन का सारा हिसाब रखते हैं। मां लक्ष्मी की जो भी कृपा होती है वो भगवान कुबेर की मर्जी के बिना आपकी जेब तक नहीं पहुंचती है। तो भगवान कुबेर को भी इस दिन मनाना बड़ा जरूरी है इसलिए भगवान कुबेर का कोई भी स्वरूप जो है उस दिन घर के पूजा स्थान पर स्थापित करिए। उस दिन आप श्री सुक्तम, महालक्ष्मी का पाठ करिए और भगवान कुबेर का भी कोई स्त्रोत या कोई भी मंत्र उनको स्मरण जरूर करिए। विशेष तौर पे अगर उस दिन आप कोई सिल्वर या गोल्ड कॉइन लेके आए हैं उसको भी घर के पूजा स्थान पर स्थापित करके रखिए धनतेरस से लेकर दिवाली तक रोज उन कॉइंस का पूजन करना है और बाद में उनको आपने अपने धन स्थान प रखना है।