Edited By Lata,Updated: 22 Oct, 2019 11:50 AM
दिवाली का पर्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक मायने रखता है। इस त्योहार का उत्साह लोगों में बहुत दिन पहले से ही देखने को मिल जाता है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
दिवाली का पर्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक मायने रखता है। इस त्योहार का उत्साह लोगों में बहुत दिन पहले से ही देखने को मिल जाता है। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की खास पूजा तो होती ही है, लेकिन उसके साथ ही धन के देवता कुबेर व भगवान गणेश जी की पूजा का भी विधान है। इस दिन माता लक्ष्मी से सुख-शांति की प्रार्थना की जाती है और साथ ही धन की भी कामना की जाती है जिससे व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन की कमी न रहें। इसके साथ ही आगे हम बताने जा रहे हैं शास्त्रों में बताई गई माता लक्ष्मी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी।
शास्त्रों के अनुसार भगवान को हर एक फूल अर्पण किया जा सकता है। लेकिन देवी लक्ष्मी को कमल का फूल बेहत पसंद है और इसी वजह से इनको कमला भी कहा जाता है। अक्सर आप सबने देखा होगा कि हर तस्वीर में मां कमल के फूल पर विराजमान होती हैं। सागर से जन्मे होने पर इनका प्रिय फूल भी कमल है जो खुद जल से जन्मा है।
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देवी लक्ष्मी की मूर्तियों में हाथी का होना जल और जीवन को दर्शाता है। देवी लक्ष्मी का संबंध जल से है और हाथी का वर्षा से है। देवी लक्ष्मी पर जल बरसाता हुआ हाथी अन्न, धन और समृद्धि को दर्शाता है।
इस बात से सब वाकिफ ही हैं कि देवी का वाहन उल्लू है। मां लक्ष्मी ने उल्लू को अपना वाहन बनाकर धरती की परिक्रमा की थी तब से लक्ष्मी जी का वाहन उल्लू हो गया।
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देवी लक्ष्मी की बड़ी बहन अलक्ष्मी हमेशा देवी लक्ष्मी के साथ होती है इसलिए जहां सिर्फ लक्ष्मी का वास होता है वहां सुख शांति नहीं होती है। इसलिए कहा जाता है कि लक्ष्मी के साथ विष्णु की भी पूजा की जानी चाहिए क्योंकि विष्णु के होने पर अलक्ष्मी दूर रहती है।