Edited By Prachi Sharma,Updated: 29 Oct, 2024 12:15 PM
दिवाली के दिन एक विशेष योग होता है। सूर्य शुक्र की राशि में होते हैं और अमावस्या की रात होती है यानी रात न सूर्य होते हैं न ही चंद्रमा होते हैं। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा का धन की ऊर्जा के साथ डायरेक्ट कनेक्शन होता है।
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Diwali 2024: दिवाली के दिन एक विशेष योग होता है। सूर्य शुक्र की राशि में होते हैं और अमावस्या की रात होती है यानी रात न सूर्य होते हैं न ही चंद्रमा होते हैं। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा का धन की ऊर्जा के साथ डायरेक्ट कनेक्शन होता है। कर्म के बिना किसी को भी धन की प्राप्ति नहीं हो सकती। दीपावली पर मां लक्ष्मी के साथ गणेश जी के स्वरूप की पूजा की जाती है। लेकिन नॉर्मली महालक्ष्मी को भगवान विष्णु के साथ देखा जाता है। गणेश जी मां लक्ष्मी के पुत्र समान है। इसलिए पहले लक्ष्मी और साथ में गणपति जी की पूजा की जाती है। लेकिन अगर दिवाली पर मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं तो पूरे साल आपको भगवान विष्णु की ऊर्जा लेनी पड़ेगी। ब्रह्मा, विष्णु ,महेश प्रोवाइड करने की ऊर्जा है। लेकिन लगातार कर्म करनी की ऊर्जा भगवान विष्णु की है। भगवान विष्णु की इस ऊर्जा लिए बिना दिवाली पर मां लक्ष्मी की कृपा अधूरी मानी जाती है। कई लोग पूरी विधि-विधान के साथ दिवाली की पूजा करते हैं लेकिन फिर भी सारा साल संघर्ष में रहते हैं क्योंकि उन्हें इस फैक्टर को इग्नोर किया होता है। तो आइए जानते हैं कि दिवापली पर महालक्ष्मी की किस तरह से पूजा करनी चाहिए।
आपका पूजा का विधान यह डिसाइड करेगा कि आपकी लग्न की राशि कौन सी है। अगर तो आपकी लग्न राशि मेष, सिंह या धनु है, तो यह आपकी लग्न राशि है। इस दीपावली मां धनलक्ष्मी की पूजा करनी है। मां लक्ष्मी के आठ स्वरूप हैं। मां धनलक्ष्मी की फोटों या मूर्ति अपने पूजा स्थान में रखें। घर में मिट्टी के गणेश और मां लक्ष्मी की मूर्ति के साथ ही धन लक्ष्मी के स्वरूप को जरूर रखें और साथ में सिल्वर कॉइन जो आपने धनतेरस के दिन खरीदा हो उसको जरूर रखें। मां धनलक्ष्मी के मंत्रों की 11 माला करें। घर के मेन अर्निग लोग इस उपाय को जरूर करें। 11 माला करने के बाद चांदी के सिक्के को लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी और धन स्थान में रख दीजिए। इस उपाय को करने से जीवन में धन से जुड़ी समस्या दूर हो जाती है।
जिन लोगों की वृष राशि, कन्या राशि या मकर राशि है। यह राशियां लग्न की राशियां हैं। इस राशि के लोग मां ऐश्वर्या लक्ष्मी के स्वरूप को अपनी पूजा में जरूर रखें। इसके साथ ही अष्टगंध और गुलाब के फूल को भी पूजा में शामिल करें। फिर दीपावली पूजा के बाद ॐ महालक्ष्म्यै नमः या कोई भी महालक्ष्मी के मंत्रों की 11 माला जरूर करें। इसके बाद अष्टगंध का तिलक मां लक्ष्मी को लगाएं और फिर बाद में अपने माथे पर भी लगाएं। उसके बाद गुलाब के फूल को लाल कपड़े में बांधकर अपने धन स्थान पर रख दें। इस उपाय को करने से जीवन में धन की वर्षा होने लगती है।
जिनकी लग्न राशियां मिथुन, तुला और कुंभ है, वो लोग दीपावली के दिन मां गजलक्ष्मी के स्वरूप को अपने पूजा में जरूर रखें। इसके बाद मां लक्ष्मी को एक कमल का फूल अर्पित करें और मां लक्ष्मी के मंत्रों की 11 माला करें। उसके बाद कमल के फूल को अपने धन स्थान पर रखें। इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। जिनके लग्न पर कर्क राशि, मीन राशि और वृश्चिक राशि है। यह लोग दिवाली के दिन मां आदि लक्ष्मी के स्वरूप को अपनी पूजा में रखें। इसके बाद इनके आगे कुछ नए नोट रख दें। फिर पूजा के बाद इस नई करेंसी को बहुत ही श्रद्धा के साथ लाल कपड़े में बांधकर अपनी तिजोरी या धन स्थान पर रख दें। इस उपाय को करने से जीवन में हमेशा पैसों की बरकत बनी रहेगी।
अगर आपके घर के मंदिर में श्री यंत्र स्थापित है, तो इसे बहुत अच्छा माना जाता है। इसे मां लक्ष्मी का साक्षात रूप माना जाता है। यह यंत्र कॉस्मिक एनर्जी को महालक्ष्मी ऊर्जा के साथ जोड़ता है और आप तक लेकर आता है। दीपावली के दिन इस की पूजा जरूर करें और हो सके तो रोज इसका पूजन कर सकते हैं। इसके अलावा दिवाली के दिन अपने पितरों के नाम पर भी एक दीया जरूर जलाएं।
दिवाली का पूजन एक स्थिर मुहूर्त में होता है। एक दिन में चार स्थिर मुहूर्त आते हैं। दीपावली के दिन सबसे पहले वृश्चिक लग्न सुबह 8 बजकर 10 मिनट के बीच आएंगे। इस मुहूर्त में अस्पताल या शिक्षा से जुड़े लोग इस मुहूर्त में मां लक्ष्मी की पूजा कर सकते हैं। इसके अलावा दिवाली वाले दिन एक झाड़ू किसी मंदिर में रख दें और एक झाड़ू से घर की सफाई करें। इसके बाद अपने वर्क प्लेस की सफाई करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। इस एक शगुन माना जाता है इसलिए इसे दिवाली वाले दिन जरूर करें।
कुंभ लग्न दोपहर 2 बजे से 4 बजे के बीच रहेगा। इस मुहूर्त में वो लोग काम करें जिनको व्यापार में बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समय में पूजा करना इन लोगों के लिए बहुत उत्तम रहने वाला है। यह लोग अपनी खड़ी मुद्राए वाली मां लक्ष्मी को अपने पूजा स्थान या व्यापारिक स्थान में रखें क्योंकि खड़ी मुद्राए वाली मां लक्ष्मी चलायमान महालक्ष्मी का स्वरूप होती हैं।
अगला मुहूर्त वृष लग्न शाम 6.30 से 8.30 के बीच तक रहेगा। इस बीच सभी व्यापारी, गृहस्थ या नौकरीपेशा वाले लोग इस समय के दौरान अपनी पूजा शुरू करें।
सिंह लग्न का समय करीबन रात 1.1 से लेकर रात 3.15 के बीच में रहेगा। जिन लोगों ने तांत्रिक पूजा करके मां लक्ष्मी से सिद्धि प्राप्त करनी है, वो लोग इस मुहूर्त में पूजा कर सकते हैं। हो सके तो इस दिवाली सभी अपनी लग्न राशि के अनुसार पूजा करें।