Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Oct, 2024 06:27 AM
Deepavali Lakshmi pooja 2024: दिवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह मुख्यतः देवी लक्ष्मी, समृद्धि और धन की देवी की पूजा करने का अवसर है। दिवाली के दिन घर में लक्ष्मी जी को बुलाने के लिए कई...
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Deepavali Lakshmi pooja 2024: दिवाली, जिसे दीपावली के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह मुख्यतः देवी लक्ष्मी, समृद्धि और धन की देवी की पूजा करने का अवसर है। दिवाली के दिन घर में लक्ष्मी जी को बुलाने के लिए कई विशेष रस्में और परंपराएं निभाई जाती हैं। आइए, जानें कि हमें क्या करना चाहिए:
घर की सफाई: दिवाली से पहले घर की सफाई करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। देवी लक्ष्मी को स्वच्छता पसंद है इसलिए घर के हर कोने को अच्छे से साफ करें। दीवारों को पेंट करना, फर्नीचर की सफाई और गंदगी को हटाना जरूरी है। इसके अलावा घर में नए सामान की व्यवस्था भी की जा सकती है, जिससे घर की सुंदरता बढ़ेगी।
दीप जलाना: दिवाली का प्रमुख प्रतीक दीप है। घर के हर कोने में दीप जलाना चाहिए। ये दीपक न केवल लक्ष्मी जी को आमंत्रित करते हैं, बल्कि घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी करते हैं। मिट्टी के दीपक को सरसों के तेल या घी से भरकर उसमें रुई डालकर जलाना चाहिए।
रंगोली बनाना: घर के दरवाजे पर रंगोली बनाना भी एक महत्वपूर्ण परंपरा है। ये लक्ष्मी जी का स्वागत करने का एक सुंदर तरीका है। रंगोली में जीवंत रंगों का इस्तेमाल करें और उसमें फूलों की पंखुड़ियां भी डालें। यह न केवल आकर्षक होगा, बल्कि यह घर के वातावरण को भी खुशबूदार बनाएगा।
पूजन की तैयारी: पूजन के लिए एक साफ स्थान चुनें और वहां एक सुंदर पंडाल बनाएं। देवी लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र को इस स्थान पर रखें। पूजा के लिए फूल, मिष्ठान्न, फल और अन्य पूजन सामग्री जैसे चंदन, रोली और कुमकुम का उपयोग करें।
सरस्वती और गणेश की पूजा: लक्ष्मी जी की पूजा के साथ-साथ गणेश जी और सरस्वती जी की पूजा करना भी शुभ माना जाता है। गणेश जी विघ्नों को दूर करते हैं और सरस्वती जी ज्ञान और शिक्षा का प्रतीक हैं। उनकी पूजा से घर में सुख-शांति का माहौल बना रहता है।
मिठाइयां बनाना: दिवाली पर घर में मिठाइयां बनाना एक विशेष परंपरा है। घर के सदस्यों के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार की मिठाइयां बनाएं और उन्हें देवी लक्ष्मी के समक्ष अर्पित करें। इसके बाद, परिवार और दोस्तों के साथ बांटें।
आरती और भजन: पूजन के बाद देवी लक्ष्मी की आरती करें। भजन और मंत्रों का जाप करते समय ध्यान केंद्रित करें। यह ध्यान और भक्ति लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने में मदद करता है।
प्रसाद वितरण: पूजन के बाद जो प्रसाद देवी लक्ष्मी को अर्पित किया गया है, उसे परिवार के सभी सदस्यों और अतिथियों के साथ बांटें। इससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
इन सभी रस्मों को निभाने से न केवल लक्ष्मी जी का आगमन होता है, बल्कि परिवार में एकता और प्रेम भी बढ़ता है। दिवाली का यह पर्व हमें आत्मा की शुद्धि और धन-संपत्ति की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है।