Diwali Puja Vidhi: घर पर इस विधि से करें लक्ष्मी पूजा

Edited By Niyati Bhandari,Updated: 30 Oct, 2021 02:52 PM

diwali puja vidhi

साल भर में पड़ने वाले त्यौहारों में दीपावली एक ऐसा त्यौहार है जब महालक्ष्मी को प्रसन्न करना आसान होता है। दीपावली पर मां लक्ष्मी, सरस्वती एवं गणेश जी की विशेष पूजा विधि से अर्चना कर उनसे

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

How to perform Lakshmi Puja at home during Diwali: साल भर में पड़ने वाले त्यौहारों में दीपावली एक ऐसा त्यौहार है जब महालक्ष्मी को प्रसन्न करना आसान होता है। दीपावली पर मां लक्ष्मी, सरस्वती एवं गणेश जी की विशेष पूजा विधि से अर्चना कर उनसे सुख-समृद्धि, बुद्धि तथा घर में शांति, तरक्की का वरदान मांगा जाता है। दीपावली पर देवी-देवताओं की पूजा में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखा जाता है जो निम्र प्रकार हैं :

PunjabKesari Diwali Puja Vidhi

What is the right process to perform Lakshmi Pooja on Diwali-पूजन सामग्री : दीपावली पूजा के सामान की लगभग सभी चीजें घर में ही मिल जाती हैं। कुछ अतिरिक्त चीजों को बाहर से लाया जा सकता है। ये वस्तुएं हैं : लक्ष्मी, सरस्वती व गणेश जी का चित्र या प्रतिमा, रोली, कुमकुम, चावल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची, धूप, कपूर, अगरबत्तियां, मिट्टी तथा तांबे के दीपक, रूई, कलावा (मौली), नारियल, शहद, दही, गंगाजल, गुड़, धनिया, फल, फूल, जौ, गेहूं, दूर्वा, चंदन, सिंदूर, घृत, पंचामृत, दूध, मेवे, खील, बताशे, गंगाजल, यज्ञोपवीत (जनेऊ), श्वेत वस्त्र, इत्र, चौकी, कलश, कमल गट्टे की माला, शंख, आसन,  थाली, चांदी का सिक्का, देवताओं के प्रसाद हेतु मिष्ठान (बिना वर्क का)।

Diwali Puja Vidhi- पूजा विधि : दीपावली की पूजा में सबसे पहले एक चौकी पर सफेद वस्त्र बिछा कर उस पर मां लक्ष्मी, सरस्वती व गणेश जी का चित्र या प्रतिमा को विराजमान करें। इसके बाद हाथ में पूजा के जलपात्र से थोड़ा-सा जल लेकर उसे प्रतिमा के ऊपर निम्र मंत्र पढ़ते हुए छिड़कें। बाद में इसी तरह से स्वयं तथा अपने पूजा के आसन को भी जल छिड़क कर पवित्र कर लें :
ॐ  अपवित्र:पवित्रो व सर्वास्थां गतोपि वा। य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स: वाह्यभंतर: शुचि:॥

How to Perform Lakshmi Pooja on Diwali: इसके बाद मां पृथ्वी को प्रणाम करके निम्र मंत्र का उच्चारण करें तथा उनसे क्षमा प्रार्थना करते हुए अपने आसन पर विराजमान हों :
पृथ्विति मंत्रस्य मेरुपृष्ठï: ग ऋषि: सुतलं छंद:कूर्मोदेवता आसने विनियोग:।
ॐ पृथ्वी त्वया धृता लोका देवि त्वं विष्णुना धृता।
त्वं च धारय मां देवि पवित्रं कुरु चासनम् पृथिव्यै नम: आधारशक्तये नम:।।

PunjabKesari Diwali Puja Vidhi

इसके बाद
ॐ केशवाय नम:, ॐ नारायणाय नम:, ॐ माधवाय नम: कहते हुए गंगाजल का आचमन करें।

What is Lakshmi Puja 2020- ध्यान व संकल्प विधि : इस पूरी प्रक्रिया के बाद मन को शांत कर आंखें बंद करें तथा मां को मन ही मन प्रणाम करें। इसके बाद हाथ में जल लेकर पूजा का संकल्प करें। संकल्प के लिए हाथ में अक्षत (चावल), पुष्प और जल ले लीजिए। साथ में एक रुपए (या यथासंभव धन) का सिक्का भी ले लें। इन सबको हाथ में लेकर संकल्प करें कि मैं अमुक व्यक्ति अमुक स्थान व समय पर मां लक्ष्मी, सरस्वती तथा गणेश जी की पूजा करने जा रहा हूं जिससे मुझे शास्त्रोक्त फल प्राप्त हों।

Lakshmi Pujan: इसके बाद सबसे पहले भगवान गणेश जी व गौरी का पूजन कीजिए। तत्पश्चात कलश पूजन करें फिर नवग्रहों का पूजन कीजिए। हाथ में अक्षत और पुष्प ले लीजिए और नवग्रह स्तोत्र बोलिए।

How do you perform Diwali Puja: इसके बाद भगवती षोडश मातृकाओं का पूजन किया जाता है। इन सभी के पूजन के बाद 16 मातृकाओं को गंध, अक्षत व पुष्प प्रदान करते हुए पूजन करें। पूरी प्रक्रिया मौली लेकर गणपति, माता लक्ष्मी व सरस्वती को अर्पण कर और स्वयं के हाथ पर भी बंधवा लें। अब सभी देवी-देवताओं को तिलक लगाकर स्वयं को भी तिलक लगवाएं। इसके बाद मां महालक्ष्मी की पूजा आरंभ करें।

PunjabKesari Diwali Puja Vidhi

 

 

Related Story

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!