Edited By ,Updated: 18 Dec, 2016 12:16 PM
ज्योतिष में दूध को चंद्रमा का कारक ग्रह माना जाता है। दूध में तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करने से सभी ग्रहों के अशुभ प्रभाव समाप्त हो जाता है। उसी प्रकार सांप
ज्योतिष में दूध को चंद्रमा का कारक ग्रह माना जाता है। दूध में तिल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करने से सभी ग्रहों के अशुभ प्रभाव समाप्त हो जाता है। उसी प्रकार सांप को दूध पिलाने से राहू का उपाय होता है। प्राचीन तांत्रिक ग्रंथों में दूध के ऐसे कई उपाय बताए गए हैं, जिनको अपनाने से प्रत्येक समस्या तुरंत दूर हो जाती है। जानिए, दूध से संबंधित उपाय...
नजर दूर करने का उपाय
रविवार रात को सोते समय एक गिलास दूध अपने सिर के पास रखें। इस बात का ध्यान रखें कि दूध गिरना नहीं चाहिए। अगले दिन सुबह उठकर नित्य कार्यों से निवृत होकर इस दूध को बबूल के पेड़ की जड़ में डाल दें। ये उपाय प्रत्येक रविवार की रात को करें। जो व्यक्ति इस उपाय को करेगा उसकी नजर दूर होगी अौर सारे कार्य बनते जाएंगे अौर पैसा भी आने लगेगा।
दुर्घटना से होता है बचाव
किसी की बार-बार दुर्घटना या एक्सीडेंट हो रहा हैं तो शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार को 400 ग्राम दूध से चावल को धोकर बहते जल में बहाएं। लगातार सात मंगलवार ये उपाय करने से दुर्घटनाएं बंद हो जाएगी।
कुंडली में ग्रह के अशुभ प्रभाव से मिलती है निजात
सोमवार के दिन सुबह शीघ्र उठकर स्नान आदि से निवृत होकर शिवालय जाकर शिवलिंग पर कच्चा दूध अर्पित करें। लगातार सात सोमवार ये उपाय करने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएगी। इसके साथ ही कुंडली में कोई ग्रह अशुभ प्रभाव डाल रहा होता है तो वह भी टल जाता है।
घर में होगा लक्ष्मी का स्थाई वास
घर में लक्ष्मी का स्थाई वास हो इसके लिए एक लोहे के बर्तन में जल, चीनी, दूध तथा घी मिला लें। इस मिश्रण को पीपल के पेड़ की छाया के नीचे खड़े होकर इसकी जड़ में अर्पित करें।
* इसके अतिरिक्त सोमवार के दिन शिवालय जाकर जल में दूध मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करते समय रूद्राक्ष की माला से ऊँ सोमेश्वराय नम: का 108 बार जप करें। साथ ही पूर्णिमा के दिन दूध मिश्रित जल से चंद्रमा को अर्घ्य दें अौर घर व्यवसाय में उन्नति के लिए प्रार्थना करें। इस उपाय से घर में धन का आना आरंभ हो जाएगा।
असाध्य बीमारी से मुक्ति पाने के लिए
सोमवार की रात 9 बजे के पश्चात शिवालय में जाकर कच्चा दूध मिश्रित जल अर्पित करते समय ऊँ जूं सः का जाप करें। प्रतिदिन इस मंत्र का 108 बार जप करें। इस उपाय से असाध्य बीमारी से मुक्ति मिलती है।
कुंडली में गुरु देने लगेगा शुभ फल
कुंडली में गुरु अशुभ प्रभाव दे रहा है तो दूध में चीनी, केसर या हल्दी मिश्रित कर शाम के समय ऊँ नम: शिवाय: मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर अर्पित करें। इससे गुरु शुभ फल देने लगेगा।