Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Oct, 2024 01:01 AM
दशहरा या विजयदशमी, रावण के वध और राम की विजय का प्रतीक है। यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है।
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Dussehra and Vijayadashami 2024: दशहरा या विजयदशमी, रावण के वध और राम की विजय का प्रतीक है। यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है। शत्रुओं का नाश करने के लिए इस दिन पूजा और हवन करने का महत्व है क्योंकि यह मानसिक और आध्यात्मिक शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। आप इस दिन हनुमान चालीसा या रामायण का पाठ कर सकते हैं और विशेष रूप से बुराई को दूर करने के लिए प्रार्थना कर सकते हैं। पूजा में शुद्धता और श्रद्धा का ध्यान रखें, और अपने इरादों को सकारात्मक बनाएं। इससे आपके मन में साहस और आत्मविश्वास बढ़ेगा।
Dussehra Puja Materials दशहरा पूजा सामग्री
दशहरे पर पूजा करते समय निम्नलिखित सामग्री का उपयोग करें:
सरसो का तेल: इसे जलाकर पूजा के समय एक दीपक में रखें।
गुलाब के फूल: देवी-देवताओं को अर्पित करने के लिए।
नवरत्न या चावल: पूजा में चढ़ाने के लिए।
फल: विशेष रूप से सेव और नाशपाती।
कुमकुम और चंदन: तिलक लगाने के लिए।
Dussehra Puja Vidhi दशहरा पूजा विधि
शुद्धता: सबसे पहले, स्नान करें और स्वच्छ कपड़े पहनें। घर में सभी सदस्यों को एकत्र करें।
स्थान चयन: पूजा के लिए एक पवित्र स्थान का चयन करें, उत्तर या पूर्व दिशा में।
दीप जलाना: पूजा स्थल पर दीपक लगाएं और उसमें सरसो का तेल डालकर जलाएं।
मंत्र जाप: देवी-देवताओं के नाम का जाप करें। विशेष रूप से ॐ रामाय नमः और ॐ दुर्गाय नमः का जाप करें।
आभार ज्ञापन: पूजा के अंत में सभी देवी-देवताओं का आभार ज्ञापन करें और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करें।
Shatru Nashak Upay शत्रु नाशक उपाय
पूजा के साथ-साथ शत्रुओं का नाश करने के लिए कुछ उपाय भी करें:
नमक जल का छिड़काव: घर के चारों कोनों में नमक जल का छिड़काव करें। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।
गायत्री मंत्र: नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप करें। यह मानसिक शक्ति को बढ़ाता है।
वास्तु उपाय: घर के उत्तरी और पूर्वी हिस्से को स्वच्छ और व्यवस्थित रखें।