E Alphabet 2025 Horoscope: E नाम वालों वर्ष 2025 में सपने होंगे साकार

Edited By Prachi Sharma,Updated: 03 Aug, 2024 03:29 PM

2025 आधे से ज्यादा बीत चुका है। पुरी दुनिया अब 2025 का इंतजार कर रही है।  यदि इसको एस्ट्रोलॉजी के लिहाज से देखें तो चार बड़े ग्रह होते हैं। इनमें से कुछ ग्रहों का परिवर्तन हर साल नहीं होता

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

E Alphabet 2025 Horoscope: 2025 आधे से ज्यादा बीत चुका है। पुरी दुनिया अब 2025 का इंतजार कर रही है।  यदि इसको एस्ट्रोलॉजी के लिहाज से देखें तो चार बड़े ग्रह होते हैं। इनमें से कुछ ग्रहों का परिवर्तन हर साल नहीं होता लेकिन 2025 ऐसा साल होने जा रहा है जब राहु, केतु, शनि और गुरु यह चारों ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे। इन चारों ग्रह के राशि परिवर्तन से आपकी जिंदगी पर क्या असर पड़ेगा ? इस आर्टिकल में बात करेंगे E नाम वालों के लिए कैसा रहेगा 2025।

यदि आपका जन्म अंग्रेजी के शब्द E से शुरू होता है, तो आपका जन्म कृतिका नक्षत्र के दूसरे चरण में हुआ है और कृतिका नक्षत्र का दूसरा चरण जो है, वो वृषभ राशि बनती है। वृषभ राशि के जातकों के लिए 2025 कैसा रहेगा आइए जानते हैं। 
वृषभ राशि के जातकों के लिए 2025 कर्म का साल है। यह आपको डेफिनेटली बहुत आगे लेकर जाएगा। यह आपके लिए कारोबार और कार्यस्थल पर आपका प्रभाव बढ़ाने वाला साल है। 2025 में चार बड़े गोचर होंगे। चारों बड़े तीन गोचर के हिसाब से अपनी कुंडली की की स्थिति देखिए। जो शनि का गोचर होगा, वो आपकी कुंडली में 11वें भाव में होगा। 11वां भाव एलिवेशन और तरक्की का भाव होता है। शनि जिस भाव में बैठते हैं उस भाव के फलों में वृद्धि कर देते हैं। यह आपके लिए बहुत अच्छा होने जा रहा है। शनि आपकी कुंडली में योगा कारक ग्रह हैं। वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि योगा है क्योंकि शनि की राशि आपके भाग्य स्थान में आ रही है और जो मकर राशि है वह भाग्य स्थान पर आएगी। कुंभ राशि मूल त्रिकोण राशि है, वह आपके कर्म स्थान पर आएगी। शनि आपकी कुंडली में 11वें भाव के ऊपर मीन राशि में गोचर करेंगे। आपकी कुंडली में 29 मार्च, 2025 के बाद यह स्थिति रहेगी।

गुरु का गोचर: यहां पर गुरु का गोचर आपकी कुंडली में दूसरे भाव के ऊपर होने जा रहा है। यह धन का भाव है। गुरु का गोचर दूसरे भाव में शुभ माना जाता है। यानी शनि और गुरु दोनों का गोचर शुभ रहेगा। राहु का गोचर 29 मई, 2025 को होगा। जब 29 मई को राहु का गोचर होगा, आपकी कुंडली में उस समय 12 राशि में चल रहे राहु 11 राशि में आ जाएंगे। राहु का गोचर 10वें भाव में अच्छा होता है। 2025 में चार गोचर होने जा रहे हैं लेकिन केतु का गोचर अच्छा नहीं है, जो चौथे भाव में आ जाएगा। यह मां का भाव और सुख स्थान होता है। यहां से आप ऐसेट बनाते हैं। यह गोचर अच्छा नहीं होता है लेकिन बाकी तीनों के गोचर बहुत शुभ रहने वाले हैं। 

आज का राशिफल 4 अगस्त, 2024- सभी मूलांक वालों के लिए कैसा रहेगा  

Tarot Card Rashifal (4th August): टैरो कार्ड्स से करें अपने भविष्य के दर्शन

लव राशिफल 4 अगस्त - पल भर न दूरी सहे, आप से बेताबियां ये कुछ और हैं
 

शनि समय के कारक हैं। जो जीवन में घटना होनी है वह शनि और शनि का गोचर तय करता है। गुरु जो ब्लेसिंग्स के कारक है, वो आपको ब्लेसिंग देते हैं। गुरु आपके लिए अच्छे फल करते हैं। गुरु आपकी कुंडली में फिलहाल चंद्रमा के ऊपर से गुजर रहे हैं। आपकी कुंडली में चंद्रमा के ऊपर से गुरु का गोचर हो रहा है। यहां पर गुरु जो है, वो पंचम दृष्टि से पंचम भाव को देख रहे हैं। सप्तम से सप्तम को देख रहे हैं। नाइंथ से नाइंथ हाउस को देख रहे हैं। हालांकि गुरु का गोचर चंद्रमा के ऊपर से अच्छा नहीं होता है लेकिन गुरु की दृष्टि हमेशा शुभ रहती है। इस राशि के जो लोग सिंगल हैं 2025 की शुरुआत में ही उन्हें शादी के अच्छे रिश्ते आ सकते हैं। शादी हो सकती है, भाग्य स्थान आपका एक्टिव रहेगा। कुंडली में पांच, सात और नौ तीनों भाव का एक्टिव होना गुरु के द्वारा बहुत अच्छा साइन है। मैरिड लाइफ शुरू हो सकती है। जिन लोगों की संतान नहीं है, उन्हें गुरु के कारण संतान का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है। यह साल के पहले पांच माह में ही हो जाएगा। जब तक गुरु दूसरे भाव में नहीं जाएंगे पांचवा भाव लगातार एक्टिव रहेगा। यह आपके लिए अच्छा रहेगा। पहले पांच महीने तक यह गुरु का गोचर रहेगा। 

गुरु की दृष्टि छठे, आठवें और दसवें भाव के ऊपर जा रही है। जहां पर राहु बैठे हुए है। 29 मई को यहां पर राहु आकर बैठ जाएंगे। यहां पर दशम भाव का एक्टिव होना आपके कारोबार में वृद्धि करेगा। कार्यस्थल पर आपका डोमिनेंस और प्रभाव बढाएगा। यदि आपका काम रिसर्च से जुड़ा हुआ है, तो वहां पर आपको ज्यादा मदद मिलेगी क्योंकि अष्टम भाव के ऊपर गुरु की दृष्टि है। अष्टम भाव 10वें का 11वां भाव होता है। रिसर्च से जुड़ा हुआ कोई भी काम आप करेंगे इसमें आपको लाभ मिलेगा। छठे भाव के ऊपर गुरु की दृष्टि है। यदि आपका कोई कोर्ट केस है, मई के बाद फैसला आपके पक्ष में रहेगा। यदि आप किसी बीमारी से पीड़ित है, वहां पर भी आपको चीजें थोड़ी ठीक होते हुए नजर आ सकती हैं। कर्ज से भी छुटकारा मिल सकता है। लेकिन इस बीच छठे और आठवें को लेकर ध्यान देने की आवश्यकता है। शनि यहां से 11वें भाव में आपकी कुंडली में गोचर करेंगे। शनि 11वें भाव का तो अच्छा फल करेंगे लेकिन 11वें में बैठकर अष्टम को भी देखेंगे। शनि एक मेलिफिक ग्रह हैं। जहां पर उनकी दृष्टि जाती है, वहां से फल थोड़े से नेगेटिव हो जाएंगे। इसलिए गाड़ी चलाते समय थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है।

शनि की अष्टम भाव के ऊपर जो दशम दृष्टि है, यहां पर दुर्घटना का कारण बन सकती है। आपको बचकर रहना पड़ेगा। अष्टम शनि द्वारा भी एक्टिव होगा और गुरु द्वारा भी यह एक्टिव होगा, साथ ही शनि द्वारा भी एक्टिव होगा। हांलांकि गुरु यहां पर सेविंग रेस में है लेकिन यहां पर भी शनि अपना असर जरूर दिखाएंगे। यहां पर थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। किसी भी विवाद में पड़ने की जरूरत नहीं है क्योंकि राहु जब दशम में बैठेंगे तो छठे को भी देखेंगे। गुरु की दृष्टि तो रहेगी लेकिन राहु की दृष्टि भी यहां पर रहेगी। किसी के विवाद में न पड़ें और किसी भी कागज में साइन करने से पहले एक बार सोच-विचार जरूर कर लें। 29 मार्च के बाद आपकी कुंडली में संतान का भाव बनेगा। 29 मार्च के बाद यह भाव बनेगा तो पंचम भाव आपका शनि के प्रभाव में आ जाएगा।  मार्च के बाद कोई भी फैसला लेंगे, उसे बुद्धि विवेक के साथ लेना आपके लिए उचित रहेगा। गुरु जैसे ही आपकी कुंडली में दूसरे भाव में जाएंगे, उसके बाद ही कोई फैसला लें।      

शनि जब आपकी राशि को तीसरी दृष्टि से देखेंगे तो यह आपको थोड़ा सुस्त बना देंगे। आपको अपने सुस्त व्यवहार में थोड़ा सुधार करने की जरूरत है। राहु दूसरे भाव को भी देखेंगे। वहां से मनी थोड़ा ड्रेन आउट भी हो सकता है। क्योंकि राहु 10वें भाव में है तो गोचर अच्छा रहेगा। राहु थोड़ा धन भाव के ऊपर दृष्टि देते हैं, तो धन में थोड़ी कमी कर सकते हैं। केतु चौथे भाव में हैं। माता की सेहत को लेकर थोड़ा खास ध्यान देने की जरूरत है। केतु डेढ़ साल तक यहीं रहेंगे, तो यह चीजें डेढ़ साल तक परेशान कर सकती हैं। 

आपकी कुंडली में तीन ग्रह बहुत ही अच्छे फल देने वाले हैं। गुरु, शनि, राहु अच्छे पल देने वाले हैं। 2025 वृषभ राशि के जातकों के लिए बहुत अच्छा रहने वाला है। संतान, शादी, आय में वृद्धि और पोजीशन के लिहाज से बहुत अच्छा रहने वाला है। राजनीति से जुड़े लोगों को भी अच्छे पोजीशन मिल सकती है। शनि 11वें भाव में हैं काल पुरुष की कुंडली में शनि का यह भाव होता है और यहां पर आकर शनि बहुत मजबूत हो जाते हैं। तो यह बहुत सारी चीजें हैं जो वृषभ राशि के जातकों को देखने को मिलेंगी। 

वृषभ राशि के ज्यादातर जातक गुरु और शनि की महादशा से गुजर रहे हैं। बहुत ज्यादा लोगों के ऊपर शनि की महादशा चल रही है, तो कुछ के ऊपर गुरु की महादशा चल रही है। गुरु चूंकि ब्लेसिंग के कारक है। गुरु का अच्छा होना आपकी कुंडली से बहुत सारी परेशानियों को निदान देता है।  

उपाय- गुरु की महादशा को दूर करने के लिए एक फलदार पेड़ जरूर लगाएं। फलदार पेड़ लगाकर जितनी उसकी सेवा करेंगे गुरु आपको उतना अच्छा फल देंगे और आय में वृद्धि करेंगे। गुरु की मीन राशि आपके 11वें भाव में आती है। यह आपकी आय का भाव होता है। यदि आप शनि की महादशा से गुजर रहे हैं तो ॐ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करें। साथ ही शनिवार के दिन काली उड़द की दाल का दान करें और काले कपड़े पहनने से थोड़ा परहेज करें। शनि वैसे ही आपके लिए योगा कारक होते हैं। महादशा में अगर आप 11वें भाव में आ गए तो निश्चित तौर पर शनि की कृपा आप पर बनी रहेगी। सारे रुके हुए काम बन जाएंगे। हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी।

नरेश कुमार
https://www.facebook.com/Astro-Naresh-115058279895728

Related Story

    Trending Topics

    Afghanistan

    134/10

    20.0

    India

    181/8

    20.0

    India win by 47 runs

    RR 6.70
    img title
    img title

    Be on the top of everything happening around the world.

    Try Premium Service.

    Subscribe Now!