Edited By Prachi Sharma,Updated: 06 Nov, 2024 08:37 AM
हिन्दू पंचांग की 11वीं तिथि को एकादशी कहते हैं। एकादशी संस्कृत भाषा से लिया गया शब्द है जिसका अर्थ होता है ग्यारह। प्रत्येक महीने में एकादशी 2 बार आती हैं
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Ekadashi 2025 Dates list: हिन्दू पंचांग की 11वीं तिथि को एकादशी कहते हैं। एकादशी संस्कृत भाषा से लिया गया शब्द है जिसका अर्थ होता है ग्यारह। प्रत्येक महीने में एकादशी 2 बार आती हैं- शुक्ल पक्ष के बाद और दूसरी कृष्ण पक्ष के बाद। इसे विशेष रूप से भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है। हिन्दू धर्म में ढेर सारे व्रत आदि किए जाते हैं लेकिन इन सब में एकादशी का व्रत सबसे पुराना माना जाता है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से समस्त पाप समाप्त होते हैं और भक्त को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन उपवास रखने से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव होता है। हर एकादशी का अपना विशेष महत्व है और हर माह में आने वाली एकादशी को अलग-अलग नाम से जाना जाता है। 2024 भी खत्म होने वाला है और कुछ समय बाद 2025 की शुरुआत हो जाएगी। तो चलिए ऐसे में जानते हैं कि 2025 में कब-कब एकादशी तिथि का व्रत रखा जाएगा।
शुक्रवार, 10 जनवरी
पौष पुत्रदा एकादशी
शनिवार, 25 जनवरी
षटतिला एकादशी
शनिवार, 8 फरवरी
जया एकादशी
सोमवार, 24 फरवरी
विजया एकादशी
सोमवार, 10 मार्च
आमलकी एकादशी
मंगलवार, 25 मार्च
पापमोचिनी एकादशी
मंगलवार, 8 अप्रैल
कामदा एकादशी
वीरवार, 24 अप्रैल
वरुथिनी एकादशी
वीरवार, 8 मई
मोहिनी एकादशी
शुक्रवार, 23 मई
अपरा एकादशी
शुक्रवार, 6 जून
निर्जला एकादशी
शनिवार, 21 जून
योगिनी एकादशी
रविवार, 6 जुलाई
देवशयनी एकादशी
सोमवार, 21 जुलाई
कामिका एकादशी
मंगलवार, 5 अगस्त
श्रावण पुत्रदा एकादशी
मंगलवार, 19 अगस्त
अजा एकादशी
बुधवार, 3 सितंबर
परिवर्तिनी एकादशी
बुधवार, 17 सितंबर
इंदिरा एकादशी
शुक्रवार, 3 अक्टूबर
पापांकुशा एकादशी
शुक्रवार, 17 अक्टूबर
रमा एकादशी
शनिवार, 1 नवम्बर
देवोत्थान एकादशी
शनिवार, 15 नवम्बर
उत्पन्ना एकादशी
सोमवार, 1 दिसंबर
मोक्षदा एकादशी
सोमवार, 15 दिसंबर
सफला एकादशी
मंगलवार, 30 दिसम्बर
पौष पुत्रदा एकादशी