Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Nov, 2020 07:03 AM
आज देव प्रबोधनी एकादशी है। भगवान श्री हरि विष्णु पांच महीने की निद्रा के उपरांत जगेंगे। देव शयनी एकादशी से लेकर बीते दिनों तक सभी शुभ कामों पर विराम लगा हुआ था, जो आज समाप्त हो जाएगा।
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Dev Uthani Ekadashi 2020: आज देव प्रबोधनी एकादशी है। भगवान श्री हरि विष्णु पांच महीने की निद्रा के उपरांत जगेंगे। देव शयनी एकादशी से लेकर बीते दिनों तक सभी शुभ कामों पर विराम लगा हुआ था, जो आज समाप्त हो जाएगा। विवाह, मुंडन, जनेऊ, गृह प्रवेश, उपनयन संस्कार, घर की नींव रखने आदि का काम शुभ मुहूर्त में किया जा सकता है। आज प्रथम पूज्य श्री गणेश को समर्पित दिन बुधवार और एकादशी का शुभ योग भी बन रहा है। श्री गणेश धन की देवी लक्ष्मी के मानस पुत्र भी हैं। कुबेर कृपा से धन प्राप्ति के योग बनेंगे। ब्रह्मा जी के आशीर्वाद से कुबेर को धनपति होने का एवं एकादशी के अधिकारी होने का वर प्राप्त है। कुबेर देव की कृपा से भरेगी आपकी तिजोरी जो कभी खाली नहीं होगी। हमेशा उसमें धन भरा रहेगा। आज करें खास उपाय-
सफेद कपड़े दान करें।
भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करें।
कुबेर मंत्र का उत्तर की ओर मुख करके जाप करें- 'ऊं श्रीं, ऊं ह्रीं श्रीं, ऊं ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:'
इस मंत्र के प्रभाव से जल्दी ही विवाह के आसार बन जाते हैं। मंत्र : ऊँ शं शंकराय सकल-जन्मार्जित-पाप-विध्वंसनाय, पुरुषार्थ-चतुष्टय-लाभाय च पतिं मे देहि कुरु कुरु स्वाहा।।
लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए अष्टदल कमल बनाकर कुबेर और लक्ष्मी की स्थापना कर उपासना की जाती है। इस अनुष्ठान में पांच घी के दीपक जलाकर और कमल, गुलाब आदि पुष्पों से उत्तर दिशा की ओर मुख करके पूजन करना लाभप्रद होता है। इसके अलावा ओम् श्रीं श्रीयै नम: का जाप करना चाहिए।
महालक्ष्मी के साथ ही धन के देवता कुबेर देव को पूजने से पैसों से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसी वजह से किसी भी देवी-देवता के पूजन के साथ ही इनका भी पूजन करना बहुत लाभदायक होता है। यदि अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन करते हुए श्री कुबेर की उपासना की जाए और कुबेर यंत्र पूजा घर में स्थापित किया जाए तो वे निश्चित प्रसन्न होकर व्यापार वृद्धि, धन वृद्धि, ऐश्वर्य, लक्ष्मी कृपा प्रदान कर घर में सुख-समृद्धि एवं सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं।