Edited By Prachi Sharma,Updated: 13 May, 2024 07:28 AM
सिख कौम के महान जरनैल बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा सरहिन्द फतेह करने को समर्पित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा निहंग सिंह जत्थेबंदियों व संगत के सहयोग के साथ गुरुद्वारा
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फतेहगढ़ साहिब/चप्पड़चिड़ी (सुरेश): सिख कौम के महान जरनैल बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा सरहिन्द फतेह करने को समर्पित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा निहंग सिंह जत्थेबंदियों व संगत के सहयोग के साथ गुरुद्वारा फतेह-ए जंग साहिब चप्पड़चिड़ी से गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब तक फतेह मार्च सजाया गया।
आरंभता की अरदास उपरांत श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पवित्र स्वरूप शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिन्दर सिंह धामी ने पालकी साहिब में सुशोभित किया। फतेह मार्च में निहंग सिंह जत्थेबंदियाँ, धार्मिक सभा सोसायटियां, बैंड और गतका पार्टियों ने खालसाई जाहो-जलाल के साथ सम्मिलनता की।
शुरूआत से पहले श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गए और सजे धार्मिक दीवान में रागी, ढाडी जत्थों ने संगत को गुरबानी कीर्तन और सिख कौम के शानामत्ते इतिहास के साथ जोड़ा। इस मौके शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक केमटी के प्रधान एडवोकेट हरजिन्दर सिंह धामी ने कहा कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी से प्रोत्साहन ले कर जुल्म का खात्मा करने चले बाबा बन्दा सिंह बहादुर ने इस स्थान पर जालिम हकूमत पर फतेह हासिल की।
उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा सरहिन्द फतेह करने का इतिहास सिख कौम के लिए अहम है और इस इतिहास से कौम की आने वाली पीढ़ी को जरूर जानकार होना चाहिए। इस मौके तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी सुल्तान सिंह ने संबोधन करते कहा कि सिख कौम को मान है की सिख योद्धों ने इस धरती पर इतिहास की सृजना की।