Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 Jun, 2024 07:56 AM
शास्त्रों में भोजन को लेकर कई तरीके बताए गए हैं, जिनसे स्वास्थ्य पर सकारात्मक और नकारात्मक असर भी पड़ता है। खाना खाते समय यदि कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो स्वास्थ्य लाभ के साथ ही ईश्वरीय कृपा भी प्राप्त की जा सकती है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Eating habits: शास्त्रों में भोजन को लेकर कई तरीके बताए गए हैं, जिनसे स्वास्थ्य पर सकारात्मक और नकारात्मक असर भी पड़ता है। खाना खाते समय यदि कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो स्वास्थ्य लाभ के साथ ही ईश्वरीय कृपा भी प्राप्त की जा सकती है।
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भोजन करने के इस तरीके से बढ़ती है उम्र
उम्र बढ़ने का उपाय
खाना खाने से पहले दोनों हाथ, दोनों पैर और मुंह को धोने के पश्चात ही भोजन करना चाहिए। मान्यता के अनुसार गीले पैरों के साथ भोजन करने से स्वास्थ्य संबंधी लाभ होता है और उम्र में बढ़ौतरी होती है।
दिशानुसार करें भोजन
भोजन करते समय मुंह पूर्व और उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। ऐसा करने से शरीर को भोजन से प्राप्त ऊर्जा पूरी तरह से मिलती है। दक्षिण दिशा की ओर मुंह होना अशुभ और पश्चिम दिशा की ओर मुंह होने से बीमारियों में बढ़ौतरी होती है।
इस प्रकार न करें भोजन
भोजन न तो बिस्तर पर बैठकर और न ही प्लेट हाथ में पकड़कर करें। भोजन हमेशा आराम से बैठ कर करना चाहिए। भोजन की थाली लकड़ी की चौकी पर रखें और बर्तन साफ-सुथरे होने चाहिए। टूटे बर्तनों में भोजन करना अशुभ माना जाता है।
भोजन करने से पहले करें
भोजन करने से पूर्व अन्न देवता, अन्नपूर्णा माता और देवी-देवताओं का स्मरण कर उन्हें धन्यवाद करें। भोजन स्वादिष्ट न लगने पर उसका तिरस्कार न करें। ऐसा करने से अन्न का अपमान होता है।
भोजन बनाने से पहले
भोजन बनाने वाले व्यक्ति को स्नान करके और पूरी तरह से पवित्र होकर ही भोजन बनाना चाहिए। भोजन बनाते समय मन शांत रखना चाहिए। जहां तक हो सके भोजन बनाते समय अपने परिवार के स्वस्थ रहने के विचार करें या मंत्र जप अथवा स्तोत्र पाठ करते रहें। भोजन करते समय हमारे मन में किसी भी व्यक्ति के प्रति ईर्ष्या का भाव नहीं होना चाहिए। डरते-डरते खाना नहीं खाना चाहिए। यदि हम किसी बात पर क्रोधित हैं तो क्रोध भाव के साथ भोजन ग्रहण न करें।