Edited By Prachi Sharma,Updated: 02 Aug, 2024 11:56 AM
होशियारपुर की शिवालिक पहाड़ियों में स्थित गगन जी का टीला भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। देश-विदेश से महादेव के भक्त इसके दर्शन करने आते
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Gagan Ji ka Tilla: होशियारपुर की शिवालिक पहाड़ियों में स्थित गगन जी का टीला भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। देश-विदेश से महादेव के भक्त इसके दर्शन करने आते हैं। यह पंजाब का सबसे ऊंचा मंदिर है इसलिए जब कोई भक्त इस मंदिर के दर्शन करता है उसे कैलाश पर्वत के दर्शन जैसा अनुभव होता है। सावन के पावन अवसर पर खास तौर पर भक्त इस मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए 766 सीढ़ियों को चढ़ना पड़ता है लेकिन हर किसी के लिए सीढ़ियां चढ़ना संभव नहीं है। इस परेशानी को देखते हुए ऊपर जाने के लिए जिप्सी की व्यवस्था कर दी गई है। आधी सीढ़ियां चढ़ने के बाद ही शिव जी का विशाल मंदिर दिखाई देने लग जाता है। मंदिर के एक तरफ हरियाली ही हरियाली है और दूसरा हिस्सा पहाड़ियों से भरा है जो बर्फ से ढका हुआ है। यह मंदिर दसूहा से 15 किलोमीटर, हाजीपुर से 6 किलोमीटर तथा दातारपुर से 7 किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ की चोटी पर स्थित है।
The temple is associated with Mahabharata महाभारत से जुड़ा है मंदिर
इस मंदिर से जुड़ी बहुत सी कथाएं प्रचलित हैं। किवदिंतियों के अनुसार महाभारत काल के समय में श्री कृष्ण ने पांडवों से कहा था कि वो किसी सुनसान जगह पर शिवलिंग की स्थापना कर उसकी पूजा करें। इस पहाड़ियों को सुनसान देख पांडवों ने द्रोपदी संग यहापर शिवलिंग की स्थापना की। पूजा-अर्चना से खुश होकर भगवान शिव पांडवों को दर्शन देने के लिए प्रकट हो गए। इस वजह से जो भी कोई भक्त यहां पर आकर पूजा करता है उसकी सारी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।
There is a special crowd during the month of Saavan सावन पर लगती है विशेष भीड़
वैसे तो हर समय बहुत से भक्त इस मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं लेकिन सावन के महीने में यहां हर पल एक उत्सव जैसा लगता है। भक्तों की श्रद्धा को देखकर ऐसा लगता है मानो सतयुग फिर से वापिस आ गया हो। इस मौके पर सुबह-सुबह ही मंदिर के कपाट खोल दिए जाते हैं। सुबह तीन बजे से ही भक्तों की भीड़ यहां लगनी शुरू हो जाती है। सावन के अलावा शिवरात्रि पर भी यहां खास कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।