Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Nov, 2024 08:19 AM
Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2024: मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। सनातन धर्म में हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि गणेश जी को समर्पित होती है।
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Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2024: मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के नाम से जाना जाता है। सनातन धर्म में हर माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि गणेश जी को समर्पित होती है। इस बार गणाधिप संकष्टी चतुर्थी 18 नवंबर को मनाई जाएगी। माना जाता है कि इस दिन गणेश जी की पूरे विधि-विधान से पूजा करने से जीवन के सारे संकट दूर हो जाते हैं और शुभ फलों की प्राप्ति होती है। तो आइए जानते हैं गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Ganadhipa Sankashti Chaturthi fast date and auspicious time गणाधिप संकष्टी चतुर्थी व्रत डेट और शुभ मुहूर्त 2024
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी की तिथि की शुरुआत 18 नवंबर, शाम 06 बजकर 55 मिनट पर आरंभ होगी और इसका समापन 19 नवंबर दोपहर को शाम 05 बजकर 28 मिनट पर होगा। ऐसे में गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का व्रत 18 नवंबर 2024 को रखा जाएगा।
Ganesh ji worship time गणेश जी की पूजा का समय- इस दिन चन्द्रोदय शाम 07 बजकर 34 मिनट पर होगा। इस समय में चंद्रमा की पूजा की जाएगी। गणेश जी की पूजा के लिए शाम 05 बजकर 26 मिनट से 05 बजकर 53 मिनट तक का मुहूर्त शुभ रहेगा।
Ganadhipa Sankashti Chaturthi Puja Vidhi गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि
गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
अब घर के मंदिर की साफ-सफाई करने के बाद गंगा जल का छिड़काव करें।
फिर एक चौकी पर गणेश जी की मूर्ति स्थापित करें।
इसके बाद गणेश जी को फूल, दूर्वा, अक्षत और चंदन अर्पित करें।
फिर गणेश जी के समक्ष घी का दीपक जलाएं उनके मंत्रों का जाप करें।
अंत में गणेश जी को मोदक का भोग लगाकर उनकी आरती करें।