Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Jun, 2023 09:44 AM
![gandhi peace prize](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2023_6image_09_43_253598088gandhipeaceprize-ll.jpg)
नई दिल्ली (एजैंसी) : गोरखपुर स्थित प्रसिद्ध गीता प्रैस को वर्ष 2021 के लिए गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किए जाने की घोषणा पर राजनीतिक घमासान
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
नई दिल्ली (एजैंसी) : गोरखपुर स्थित प्रसिद्ध गीता प्रैस को वर्ष 2021 के लिए गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किए जाने की घोषणा पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि यह फैसला वास्तव में एक उपहास है और सावरकर तथा गोडसे को पुरस्कार देने जैसा है। दूसरी ओर, भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस गीता प्रैस से इसलिए नफरत करती है क्योंकि वह सनातन का संदेश फैलाती है।
1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं। अपनी जन्म तिथि अपने नाम, जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर व्हाट्सएप करें
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से नवाजा जाना गीता प्रैस के भगीरथ कार्यों का सम्मान है।
भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने ट्वीट में कहा कि भारत की गौरवशाली सनातन संस्कृति के संरक्षण व उत्कर्ष में पिछले 100 वर्षों का गीता प्रैस का योगदान प्रशंसनीय है।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि आरोप कौन लोग लगा रहे हैं जो मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं। वे भूल गए कि मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान बनने का श्रेय लिया था और मुस्लिम लीग ने ही दो राष्ट्र के सिद्धांत का प्रतिपादन किया था। गीता प्रैस ने विभाजन तो नहीं किया जैसा मुस्लिम लीग ने किया।
![PunjabKesari kundli](https://static.punjabkesari.in/multimedia/07_07_16451456809_44_106634910kundli.jpg)