Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Jul, 2024 01:47 PM
शास्त्रों में भगवान गणेश जी को विघ्नहर्ता अर्थात सभी तरह की परेशानियों को खत्म करने वाला बताया गया है। प्रत्येक शुभ कार्य में सबसे पहले भगवान
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Astrological benefits of worshipping lord ganesha: शास्त्रों में भगवान गणेश जी को विघ्नहर्ता अर्थात सभी तरह की परेशानियों को खत्म करने वाला बताया गया है। प्रत्येक शुभ कार्य में सबसे पहले भगवान गणेश की ही पूजा की जानी अनिवार्य बताई गई है। पुराणों में गणेश जी की भक्ति शनि सहित सारे ग्रह दोष दूर करने वाली भी बताई गई है। हर बुधवार के शुभ दिन गणेश जी की उपासना से व्यक्ति का सुख-सौभाग्य बढ़ता है और सभी तरह की रुकावटें दूर होती हैं।
Why did Shiva pray to Ganesha: हिन्दू संस्कृति और पूजा में भगवान गणेश को सर्वश्रेष्ठ स्थान दिया गया है। कहते हैं कि देवता भी अपने कार्यों के बिना किसी विघ्न से पूरा होने के लिए गणेश जी की पूजा सबसे पहले करते हैं। शास्त्रों में जिक्र आता है कि भगवान शंकर त्रिपुरासुर का वध करने में जब असफल हुए, तब उन्होंने गंभीरतापूर्वक विचार किया कि आखिर उनके कार्य में विघ्न क्यों पड़ा ? तब महादेव को ज्ञात हुआ कि वह गणेश जी की अर्चना किए बगैर त्रिपुरासुर से युद्ध करने चले गए थे। इसके बाद शिव जी ने गणेश जी का पूजन करके उन्हें लड्डुओं का भोग लगाया और दोबारा त्रिपुरासुर पर प्रहार किया, तब उनका मनोरथ पूर्ण हुआ।
Hindu god worshipped before beginning a new work: प्रात:काल स्नान-ध्यान आदि से शुद्ध होकर सर्वप्रथम ताम्र पत्र के श्री गणेश यन्त्र को साफ मिट्टी, नमक, निम्बू से अच्छे से साफ करें। पूजा स्थल पर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख कर के आसान पर विराजमान हो कर सामने श्री गणेश यन्त्र की स्थापना करें।
शुद्ध आसन पर बैठ कर सभी पूजन सामग्री को एकत्रित कर पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि गणेश भगवान को समर्पित कर, इनकी आरती करें। अंत में भगवान गणेश जी का स्मरण कर ओम् गं गणपतये नम: मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए।