Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Sep, 2024 01:22 PM
सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। गणेश जी को सुख और समृद्धि देने वाला देवता कहा जाता है।
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Ganesh Murti Vastu Tips: सनातन धर्म में किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत करने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। गणेश जी को सुख और समृद्धि देने वाला देवता कहा जाता है। विघ्नहर्ता गणेश जिससे प्रसन्न होते हैं, उसके सारे दुख हर लेते हैं। घर के मुख्य द्वार पर गणपति जी की मूर्ति स्थापित करने से सुख-शांति बनी रहती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। वास्तु शास्त्र में घर में गणेश जी की मूर्ति रखने के कुछ नियम बताए गए हैं। तो आइए जानते हैं कि घर में गणेश जी की मूर्ति रखते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
वास्तु शास्त्र में गणेश जी की मूर्ति लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि उनकी सूंड किस ओर है। गणपति की ऐसी मूर्ति खरीदें जिसमें उनकी सूंड मुड़ी और बाएं और हो। ऐसी मूर्ति घर में स्थापित करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और जीवन में आने वाली हर परेशानी दूर हो जाती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की प्रतिमा लगा रहे हैं तो अंदर भी उनकी स्थापना करें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि प्रतिमा का मुख अंदर की तरफ होना चाहिए। घर के मुख्य द्वार पर गणेश जी की मूर्ति लगाना बहुत शुभ होता है। घर के मुख्य द्वार पर बप्पा की प्रतिमा स्थापित करने से हर तरह की नकारात्मकता दूर हो जाती है। साथ ही आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
बप्पा की मूर्ति स्थापित करते समय दिशाओं का जरूर ध्यान रखें। गणेश जी की मूर्ति हमेशा पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा में ही स्थापित करें। यह शुभ माना जाता है। अगर गलती से गणपति जी की मूर्ति दक्षिण या दक्षिण पश्चिम दिशा में स्थापित करते हैं तो इससे घर में अशांति बनी रहती है।
वास्तु के अनुसार, जीवन में सफलता पाने और परिवार में मधुरता बनाए रखने के लिए घर में सिंदूरी अथवा सफ़ेद रंग के गणेश जी विराजित करने चाहिए। ऐसा करने से वास्तु दोषों से छुटकारा मिलेगा और घर की सुख-शांति बनी रहेगी।