Edited By Niyati Bhandari,Updated: 17 Oct, 2020 06:26 AM
इस बार शारदीय नवरात्र का आरंभ शनिवार के दिन से हो रहा है। ऐसे में देवी भागवत पुराण के श्लोक के अनुसार माता का वाहन अश्व होगा। घोड़े पर आएंगी मां, अश्व पर माता का आगमन छत्र भंग,
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Ghatasthapana 2020: इस बार शारदीय नवरात्र का आरंभ शनिवार के दिन से हो रहा है। ऐसे में देवी भागवत पुराण के श्लोक के अनुसार माता का वाहन अश्व होगा। घोड़े पर आएंगी मां, अश्व पर माता का आगमन छत्र भंग, पड़ोसी देशों से युद्ध, आंधी-तूफान लाने वाला होता है। ऐसे में अगले वर्ष कुछ राज्यों में सत्ता में उथल-पुथल हो सकती है। सरकार को किसी बात से जन विरोध का भी सामना करना पड़ सकता है। देश के कई भागों में कम वर्षा होने से कृषि की हानि से किसानों को परेशानी होगी। इस बार मां भैंसे पर विदा हो रही हैं जिसे शुभ नहीं माना जाता।
Navratri Ghatasthapana 2020 Muhurat: कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
घट स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 27 मिनट से 10 बजकर 13 मिनट तक का है। अभिजित मुहूर्त प्रात:काल 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक रहेगा।
नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की होती है पूजा
नवरात्रि के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा की जाती है। मां पार्वती माता शैलपुत्री का ही रूप हैं और हिमालय राज की पुत्री हैं। माता नंदी की सवारी करती हैं। इनके दाहिने हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का फूल है। नवरात्रि के पहले दिन लाल रंग का महत्व होता है। यह रंग साहस, शक्ति और कर्म का प्रतीक है। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना पूजा का भी विधान है।