Edited By Prachi Sharma,Updated: 07 Jan, 2025 07:49 AM
श्री पंचायती तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर महेशानंद गिरी ने कहा कि महाकुंभ आध्यात्मिकता का वैश्विक केंद्र के साथ भारतीय संस्कृति की गहराई व समृद्धि को ही नहीं दर्शाता बल्कि
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श्री पंचायती तपोनिधि निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर महेशानंद गिरी ने कहा कि महाकुंभ आध्यात्मिकता का वैश्विक केंद्र के साथ भारतीय संस्कृति की गहराई व समृद्धि को ही नहीं दर्शाता बल्कि यह सामाजिक समरसता और राष्ट्रीय एकता का भी प्रतीक है।
झूंसी स्थित शिविर में महामंडलेश्वर ने कहा कि यह आध्यात्मिकता का वैश्विक केंद्र के साथ आत्मबोध की यात्रा है, भारतीय संस्कृति की महानता व आध्यात्मिकता का सबसे बड़ा मंच है जिसमें आध्यात्मिकता के साथ वैज्ञानिकता है। यह हमारी आध्यात्मिक परंपरा का वैज्ञानिक सूत्र तो है ही अशांति दूर करने का भी संदेश देता है।