Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Dec, 2024 07:22 AM
Gita Jayanti 2024 Date: सनातन धर्म में भगवद्गीता को अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र ग्रंथ माना गया है। केवल यही एक ग्रंथ है जिसकी जयंती मनाई जाती है। हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन गीता जयंती मनाई जाती है।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Gita Jayanti 2024 Date: सनातन धर्म में भगवद्गीता को अत्यंत महत्वपूर्ण और पवित्र ग्रंथ माना गया है। केवल यही एक ग्रंथ है जिसकी जयंती मनाई जाती है। हर साल मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन गीता जयंती मनाई जाती है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान श्री कृष्ण ने महारथी अर्जुन को गीता का अमृत ज्ञान दिया था। गीता जयंती के दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत रखा जाता है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण ने जीवन की हर समस्या का समाधान बताया है। माना जाता है कि इस दिन श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करने और व्रत रखने से व्यक्ति को हर परेशानी से छुटकारा मिलता है। तो आइए जानते हैं कि गीता जयंती के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Geeta Jayanti auspicious time गीता जयंती शुभ मुहूर्त
मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 11 दिसंबर 2024 को सुबह 3 बजकर 42 मिनट पर होगी और इसका समापन 12 दिसंबर को रात्रि 1 बजकर 9 मिनट पर होगी। ऐसे में गीता जयंती 11 दिसंबर को मनाई जाएगी।
Gita Jayanti Puja Vidhi गीता जयंती पूजा विधि
गीता जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
फिर भगवान सूर्य देव को जल में अक्षत और फूल डालकर अर्घ्य दें।
अब एक चौकी पर श्री कृष्ण की मूर्ति स्थापित करें।
इसके बाद भगवान श्रीकृष्ण का ध्यान करते हुए पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा करें।
फिर भगवान श्रीकृष्ण को चंदन और फूलों की माला पहनाएं और उनके समक्ष गाय के घी का दीपक जलाएं।
अब भगवद्गीता के ग्रंथ पर चंदन और तिलक लगाकर उसकी पूजा करें।
अंत में गीता जी की आरती करें।