Edited By Jyoti,Updated: 25 Jul, 2020 12:34 PM
वास्तु शास्त्र में घर खरीदने से लेकर घर बनवाने तक के बारे में विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है। इसके साथ ही इसमें एक ऐसी जानकारी दी गई है,
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वास्तु शास्त्र में घर खरीदने से लेकर घर बनवाने तक के बारे में विस्तारपूर्वक वर्णन किया गया है। इसके साथ ही इसमें एक ऐसी जानकारी दी गई है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। बता दें ये जानकारी घर बनवाने से संबंधित है। नया घर बनवाते समय लोग आज कल इस बात पर तो खास ध्यान देते हैं कि उनका घर हाय स्टेंन्डड का लगे। मगर इस चक्कर में वो ऐसी भूल कर जाते हैं जिससे उनका नया घर उन्हें खुशियां देने की बजाए परेशानियां देने लगता है। जी हां, बहुत से लोग इस दौरान वास्तु शास्त्र की हिदायतों को ध्यान में नहीं रखते जिस कारण घर में कई तरह के वास्तु दोष पैदा हो जाते हैं। यही कारण है कि वास्तु विशेषज्ञ प्रत्येक व्यक्ति को ये नसीहत देते हैं कि घर के लिए ज़मीन लेने से पहले या नया घर बनवाने से पहले हमेशा वास्तु को ध्यान में रखना चाहिए।
आज अपने इस आर्टिकल में हम आपको इसी बारे में बताने वाले हैं, प्लॉट खरीदते कानूनी औपचारिकताओं और प्रलेखन के साथ-साथ वास्तु दिशानिर्देशों का पालन करना भी अति आवश्यका होता है क्योंकि कहा जाता है कि वास्तु के यहीं गुण आदि प्रकृति के प्रमुख तत्वों को नियंत्रित करते हैं। बल्कि माना जाता है वास्तव में, भूखंड का आकार वास्तु शास्त्र में एक महत्वपूर्ण पहलू है जिसे ज्यादातर लोग नज़रअंदाज़ कर देते हैं। वास्त शास्त्र के अनुसार दो प्रकार भूखंड आकार हैं जिन्हें भाग्यशाली माना जाता, परंतु ये बात निर्भर करती हैं इनकी प्रयोग। बता दें ये दो प्रकार गोमुखी और शेर मुखी भूखंड के नाम से जाने जाते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं इन दोनों के बारे में-
सबसे पहले बात करते हैं गोमुखी घर के बारे में। वास्तु के अनुसार, ऐसे भूखंडों को आवासीय उद्देश्यों के लिए अच्छा माना जाता है। गोमुखी भूखंड सामने से संकीर्ण हैं लेकिन पीछे से चौड़े होते हैं। हालांकि बताया जाता है इसका व्यापक हिस्सा उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए तथा सड़क दक्षिणी या पश्चिमी तरफ़ होनी चाहिए। इसके अलावा वास्त विशेषज्ञ बताते हैं कि इसका संकीर्ण भाग कभी भी उत्तर-पूर्व दिशा में नहीं होना चाहिए, यह अशुभ होता है।
बता दें पूर्व में एक सड़क के साथ एक संकीर्ण हिस्सा खराब गोमुखी भूखंड माना जाता है। गोमुखी प्लॉट गोमुखी भूखंडों को आवास के उद्देश्य के लिए भाग्यशाली माना जाता है, क्योंकि भूमि का आकार एक गाय की संरचना का प्रतीक है, जिसका हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार अपना आध्यात्मिक महत्व है।
अब बात करते हैं शेर मुखी प्लॉट भूखंड की, ये आगे की तरफ चौड़े और पीछे की तरफ संकीर्ण होते हैं। इसकाे भूखंड का व्यापक हिस्सा उत्तर में होता है और सड़क पूर्वी या उत्तर दिशा की ओर होती है। बताय जाता है ये भूखंड वाणिज्यिक उद्देश्य के लिए उपयुक्त हैं क्योंकि भूमि आकार सिम्बलिज़ शेर, एक जानवर जिसे शक्ति, नियंत्रण और दक्षता का स्रोत माना जाता है।