Edited By Prachi Sharma,Updated: 13 Dec, 2023 01:50 PM
हिंदू धर्म में परिक्रमा लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। वैदिक ग्रंथ ऋग्वेद में भी इसका जिक्र किया गया है। मंदिर से लेकर पेड़
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Parikrama: हिंदू धर्म में परिक्रमा लगाना बहुत ही शुभ माना जाता है। वैदिक ग्रंथ ऋग्वेद में भी इसका जिक्र किया गया है। मंदिर से लेकर पेड़ तक परिक्रमा लगाने का विधान है। मान्यताओं के अनुसार परिक्रमा लगाने से आने-अनजाने में हुए पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन से पापों का नाश होता है। इसके अलावा परिक्रमा लगाने से तन और मन शुद्ध हो जाता है और शरीर में एक चमत्कारिक सुख की अनुभूति मिलती है। आमतौर पर व्यक्ति अपने पापों से छुटकारा पाने के लिए गोवर्धन जी की परिक्रमा लगाने जाते हैं। गोवर्धन की परिक्रमा बहुत ही शुभ मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार हर व्यक्ति को अपने जीवन में एक न एक बार तो परिक्रमा अवश्य करनी चाहिए। इसी के साथ बता दें कि भारत में ऐसी और भी जगहें हैं जहां पर परिक्रमा लगाने से अपने दुखों से मुक्ति पाई जा सकती है।
Parikrama of Vrindavan वृंदावन की परिक्रमा
जिस प्रकार गोवर्धन की परिक्रमा को बहुत ही उत्तम माना जाता है। उसी तरह वृन्दावन की परिक्रमा का भी उतना ही महत्व है। किवदंतियों के अनुसार पूर्व समय में वृन्दावन में हर जगह सिर्फ तुलसी ही मौजूद थी। यह कहा जा सकता है कि यहां पर घर नहीं बल्कि तुलसी के पौधों से भरा एक वन था। इस वजह से इसे वृन्दावन बुलाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति वृन्दावन की परिक्रमा करता है उसे श्री कृष्ण के साथ-साथ मां तुलसी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसी के साथ बता दें कि जो व्यक्ति ऐसा करता है उसे घर से दरिद्रता हमेशा दूर हो जाती है और घर में मां लक्ष्मी का बसेरा होता है।
Parikrama of Barsana बरसाना की परिक्रमा
बरसाना अपने आप में ही बहुत बड़ी खासियत रखता है। यहां पर जगत की लाडली राधा रानी का जन्म हुआ था। गोवर्धन से करीब आधे घंटे दूर यह स्थित है। जो व्यक्ति बरसाने की परिक्रमा लगाता है, उसका जीवन खुशियों से भर जाता है।