Edited By Niyati Bhandari,Updated: 14 Nov, 2023 10:37 AM
प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 14 नवंबर, 2023 मंगलवार को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के पहले दिन यानी की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा। दीपावली का त्यौहार वैसे तो भगवान श्रीराम से जुड़ा हुआ है परंतु
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Govardhan Puja 2023: प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 14 नवंबर, 2023 मंगलवार को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष के पहले दिन यानी की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा। दीपावली का त्यौहार वैसे तो भगवान श्रीराम से जुड़ा हुआ है परंतु गोवर्धन पूजा का दिन भगवान कृष्ण से जुड़ा है। यह दिन पर्वतराज गोवर्धन पर्वत और श्री कृष्ण से जुड़ा है। इस रोज़ को अन्नकूट का पर्व भी कहा जाता है। नई फसल और अनाज से अन्नकूट बनाकर उसका भोग भगवान को लगाया जाता है। इस दिन के लिए मान्यता प्रचलित है कि भगवान कृष्ण ने वृंदावन धाम के लोगों को इंद्र के क्रोध और तूफानी बारिश से बचाने के लिए पर्वत अपनी अंगुली पर ऊठा लिया था और देवराज इंद्र के अंहकार को नष्ट किया था।
गोवर्धन का महत्व और पूजा
इस त्यौहार को भगवान श्री कृष्ण के साथ जोड़ा जाता है।
इस दिन गाय के गोबर से घर के दरवाजे पर गोवर्धन पर्वत बनाया जाता है।
इस दिन गाय की पूजा करना और गाय के लिए भोजन निकालने का भी बहुत महत्व है।
यह दिन प्रकृति के प्रति अपनी कृतज्ञता दिखाने के लिए जाना जाता है।
Govardhan puja auspicious time and method गोवर्धन पूजा मुहूर्त और विधि: इस दिन प्रात: काल जल्दी उठकर स्नानादि करके शुभ मुहूर्त में गाय के गोबर से गिरिराज गोवर्धन पर्वत की आकृति बनाई जाती है। उसके बाद धूप, दीप आदि से विधि अनुसार पूजा की जाती है। इस पर्व पर अन्नकूट बनाने का भी प्रचलन है।
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 13 नवंबर सोमवार को दोपहर 02 बजकर 56 मिनट से आरंभ हो रही है। इस तिथि का समापन 14 नवंबर मंगलवार को दोपहर 02 बजकर 36 मिनट पर होगा। अत: उदयातिथि के आधार पर गोवर्धन पूजा 14 नवंबर मंगलवार के दिन मनाई जाएगी।
आचार्य लोकेश धमीजा
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