Edited By Niyati Bhandari,Updated: 14 Oct, 2024 09:39 AM
वीकैंड में जाने लायक भारत के हजारों पर्यटन स्थलों ने पूरे संसार में अपनी अनोखी पहचान बनाई है। इनमें से एक है गुहागर। महाराष्ट्र के पश्चिमी तट पर बसे पर्यटन स्थल गुहागर को समुद्र तटों और मंदिरों का शहर कहते हैं।
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Guhagar: वीकैंड में जाने लायक भारत के हजारों पर्यटन स्थलों ने पूरे संसार में अपनी अनोखी पहचान बनाई है। इनमें से एक है गुहागर। महाराष्ट्र के पश्चिमी तट पर बसे पर्यटन स्थल गुहागर को समुद्र तटों और मंदिरों का शहर कहते हैं। गुहागर आकर हमें एक तरफ लहराता अरब सागर और दूसरी तरफ विशाल सहयाद्रि पर्वत शृंखला देखने को मिलती है। इस शहर में काफी स्वच्छ और शांत वातावरण वाले समुद्र तट स्थित हैं जहां सूर्य की रोशनी पड़ते ही पानी और रेत जगमगा उठते हैं।
Guhagar tourist places: ‘गुहागर’ को मंदिरों का शहर कहा जाता है। यहां हिंदू धर्म से संबंधित कई मंदिर हैं जहां श्रद्धालु दर्शन करने दूर-दूर से आते हैं। यहां के बालकेश्वर मंदिर, उदसेश्वर मंदिर, व्यादेश्वर मंदिर, वेलनेश्वर मंदिर और तालकेश्वर मंदिर में भगवान शिव के अलग-अलग रूप देखने को मिलते हैं। गुहागर का चंद्रिका मंदिर काफी विख्यात है।
इसके पास में ही भगवान उफराता गणपति का मंदिर भी है। पर्यटक यहां आकर गणेश देव संस्थान और उमा महेश्वरी मंदिर के भी दर्शन कर सकते हैं। इसके अलावा अछूते तट, सफेद रेत, मनभावन दृश्य और पंक्ति में लगे पेड़ गुहागर बीच की शान है। तट के किनारे कई खाने-पीने की वस्तुओं के स्टाल लगे हुए हैं, जहां आप स्थानीय व्यंजनों के अलावा चटपटे खानों का स्वाद भी चख सकते हैं।
साथ ही परिवार के साथ आकर यहां तैराकी का आनंद उठाना न भूलें। यहां आकर पर्यटक मैडीटेशन, रिलैक्सेशन, सनबाथ और तैराकी कर सकते हैं।
वदेश्वर मंदिर : वदेश्वर मंदिर महादेव शिव जी का मंदिर है। यह गुहागर बस स्टैंड के पास ही स्थित है। यह मंदिर पंचायत स्थापत्य शैली में निर्मित है। यहां शिव मंदिर के अलावा पर्यटक मंदिर में सूर्य, देवता, गणेश, पार्वती और विष्णु की मूर्तियां और लक्ष्मी जी को देख सकते हैं।
वर्जिन तट : गुहागर का वर्जिन तट 6 कि.मी. के क्षेत्रफल में फैला हुआ है, जिसमें नारियल के पेड़ों की भरमार है। यहां आकर गुहानगर की कोंकण संस्कृति देखने को मिलती है।
हिदावी तट: हिदावी तट अपनी प्राकृतिक कंठ के लिए जाना जाता है। उच्च ज्वार के दौरान कंठ में घुमा देने वाले पानी के साथ यह लगभग 20 फीट की ऊंचाई से एक झरने का निर्माण करता है।
गोपालगढ़ पहाड़ : गोपालगढ़ पहाड़ गुहागर की सबसे खूबसूरत जगह है। बीते समय में इस पहाड़ी पर गोपालगढ़ किला हुआ करता था जिसका निर्माण बीजापुर के शासक छत्रपति शिवाजी महाराज ने कराया था। इस किले के आसपास की हरियाली पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
हर मौसम में मजेदार
इस शहर का तापमान साल भर सामान्य ही रहता है। मई से सितम्बर के दौरान यहां का तापमान पर्यटकों को काफी आरामदायक लगता है। गुहागर में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार का भोजन मिलता है लेकिन पर्यटक यहां आकर नारियल अवश्य खाएं और उसका पानी पिएं।
वायु मार्ग : लगभग 300 कि.मी. की दूरी पर स्थित मुम्बई एयरपोर्ट, गुहागर का नजदीकी एयरपोर्ट है इसलिए वायु मार्ग से यहां आने के लिए मुम्बई एयरपोर्ट के रास्ते से आना होगा।
रेल मार्ग : चिपलून यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
सड़क मार्ग : सड़क के रास्ते आने वाले यात्री निजी वाहनों से या सरकारी बस सेवा द्वारा यहां आसानी से पहुंच सकते हैं।